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क़ुर्बानी करना, क़ुर्बानी, क़ुर्बान किये, क़ुर्बान करना, हदिया, हदिया की चीज़ें
ता’अर्रुफ़:
कलाम में "क़ुर्बानी" और "हदिया " के बारे में ख़ुदावन्द की 'इबादत में ख़ास हदिया पेश करने से है। लोगों ने भी झूठे मा'बूदों के लिए क़ुर्बानी पेश कीं ।
- "हदिया" लफ़्ज़ का मतलब है 'आम चीज़ें है कि जो कुछ भी पेश किया गया था दिया गया। "हदिया" के बारे में उस हर एक बात से था जो पेश करने वाले के लिए बहुत क़ीमती होती थी।
- ख़ुदावन्द के लिए हदिया ख़ास चीजें थीं, जिन्हें उसने इस्राईलियों को रास्तबाज़ी और फ़रमाबरदारी बयान करने के लिए हुक्म दिया था।
- कई तरह की क़ुर्बानियों के नाम थे "आतिशी क़ुर्बानी" और "सुलह की क़ुर्बानी" वग़ैरह से ज़ाहिर था कि कैसी क़ुर्बानी पेश रा करें ।
- ख़ुदावन्द के लिए क़ुर्बानी पेश करने में हमेशा जानवरों को ज़बह किया जाता था।
- सिर्फ़ ईसा- ख़ुदावन्द का सच्चा बेगुनाह बेटे, की क़ुर्बानी लोगों के गुनाहों से मुकम्मल तौर से पाक कर सकती है, जानवरों की क़ुर्बानी कभी ऐसा नहीं कर सकती थी ।
- ‘अलामती इज़हार "अपने आप को एक ज़िन्दा क़ुर्बानी के शक्ल में पेश करें" का मतलब है, " ख़ुदावन्द की मुकम्मल तौर से फ़र्माबरदारी में अपनी ज़िन्दगी गुज़ारना , उसकी ख़िदमत करने के लिए सब कुछ छोड़ देना।"
तर्जुमा की सलाह:
- "पपेश करो " का तर्जुमा " ख़ुदावन्द के लिए हदिया" या " ख़ुदावन्द को दी हुई कोई चीज़ " या "कोई क़ीमती चीज़ जो ख़ुदावन्द को दी गई है" हो सकता है।
- बयान के मुताबिक़, लफ़्ज़ "क़ुर्बानी" का तर्जुमा " ‘इबादत में कुछ क़ीमती चीज़" या "एक ख़ास जानवर को ज़बह किया और ख़ुदावन्द को दिया गया" की शक्ल में भी किया जा सकता है।
- "क़ुर्बानी के लिए" काम का तर्जुमा "क़ीमती चीज़" या "किसी जानवर को ज़बह करने और इसे ख़ुदावन्द को दे" देने के लिए किया जा सकता है।
- "ज़िन्दा क़ुर्बानी के शक्ल में अपने आप को पेश करने" का तर्जुमा करने का एक और तरीक़ा हो सकता है "जैसे कि आप अपनी ज़िन्दगी जीते हैं, अपने आप को ख़ुदावन्द के लिए पूरी तरह से क़ुर्बानगाह पर पेश करें , जानवर के जैसे अपने आप को ख़ुदावन्द को दे देना।"
(यह भी देखें: क़ुर्बानगाह, आतिशी क़ुर्बानी, पीने की क़ुर्बानी, झूठे मा’बूद , सुलह की क़ुर्बानी, ख़ुशी की क़ुर्बानी, सलामती की क़ुर्बानी, काहिन , गुनाह की क़ुर्बानी, ‘इबादत ।
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- 2 तीमुथियुस 04:6-8
- रसूलों के 'आमाल 07:41-42
- रसूलों के 'आमाल 21:25-26
- पैदाइश 04:3-5
- या'क़ूब 02:21-24
- मरकुस 01:43-44
- मरकुस 14:12-14
- मत्ती. 05:23-24
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल :
- __03:14__तब नूह जहाज में से निकल आने के बा'द, उसने एक क़ुर्बानगाह बनाई, जिसे क़ुर्बानी के लिये इस्ते'माल किया जा सके और सभी तरह के जानदारों की क़ुर्बानी दी| ख़ुदावन्द उस क़ुर्बानी से ख़ुश हुआ और नूह और उसके ख़ानदान को बरकत दी|
- 05:06"अपने सिर्फ़ एक बेटे, इस्हाक़ को ले, और क़ुर्बानी के तौर में ज़बह करो ।" फिर इब्राहीम ने ख़ुदावन्द के हुक्म को माना , और अपने बेटे की क़ुर्बानी देने के लिये तैयार हो गया|
- 05:09 ख़ुदा ने इस्हाक़ के बदले क़ुर्बानी के लिए मेढ़ा अता' किया था|
- __13:09__जो कोई भी ख़ुदावन्द के क़ानून को नज़रअंदाज़ करता है, वह ख़ेमे-ए-इज्तिमा' के सामने क़ुर्बानगाह पर ख़ुदावन्द के लिये जानवर की क़ुर्बानी पेश करेगा । एक काहिन जानवर को ज़बह करके क़ुर्बानगाह पर जला देगा। उस जानवर का खून जो क़ुर्बान किया गया था, उस आदमी के गुनाह को छिपा दिया और उस आदमी को ख़ुदावन्द की नज़र में साफ़ कर दिया।
- 17:06 दाऊद चाहता था कि वह एक हैकल को ता'मीर करें जिसमें सभी इस्राईली ख़ुदावन्द की 'इबादत करें और क़ुर्बानी पेश करें ।
- 48:06 ईसा सबसे 'अज़ीम सरदार काहिन है| दूसरे काहिनों से अलग, उसने अपने आप को उस एकलौती क़ुर्बानी की शक्ल में सुपुर्द कर दिया जो जहान के सभी इन्सानों के गुनाहों को हटा सकती है|
- 48:08 लेकिन ख़ुदावन्द ने ईसा को भेजा, ख़ुदावन्द का मेम्ना, कि वह हमारी जगह पर अपने आप को क़ुर्बान करे|
- 49:11 क्यूँकि ईसा ने ख़ुद की क़ुर्बानी दी, इसलिए ख़ुदावन्द किसी भी गुनाह को मु'आफ़ कर सकता है, यहाँ तक कि ख़तरनाक गुनाह को भी|
शब्दकोश:
- Strong's: H801, H817, H819, H1685, H1890, H1974, H2076, H2077, H2281, H2282, H2398, H2401, H2402, H2403, H2409, H3632, H4394, H4469, H4503, H4504, H5066, H5068, H5069, H5071, H5257, H5258, H5261, H5262, H5927, H5928, H5930, H6453, H6944, H6999, H7133, H7311, H8002, H8426, H8548, H8573, H8641, G266, G334, G1049, G1435, G1494, G2378, G2380, G3646, G4376, G5485