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यहूदियों, यहूदी

सच्चाई:

“यहूदी रहनुमा ” या “यहूदियों के हाकिम” या'नी मज़हबी रहनुमा जैसे इमाम और ख़ुदा के कलाम का उस्ताद । उन्हें मज़हब के 'अलावह दूसरे मज़्मूनों के बारे में भी फ़ैसला देने का इख़्तियार था।

  • यहूदियों के रहनुमा थे ‘आला और ख़ास इमामों, और क़ानून के उस्ताद (ख़ुदावन्द की शरी'अत के उस्ताद)
  • यहूदी रहनुमाओं के दो ख़ास गिरोह थे फ़रीसी और सदूक़ी।
  • यरूशलीम की मजलिस में क़ानूनी मु'आमिलात के बारे में फ़ैसला लेने के लिए सत्तर यहूदी रहनुमा जमा' हुए थे।
  • कई यहूदी रहनुमा मग़रूर थे और अपने आप को नेक समझते थे। * वह 'ईसा से हसद करते थे और उसे नुक़सान पहुंचाना चाहते थे। वह ख़ुदा को जानने का दावा तो करते थे, लेकिन उसके हुक्मों को नहीं मानते थे।
  • “यहूदी” लफ़्ज़ ज़्यादातर यहूदी रहनुमाओं के लिए काम में लिया जाता था। ख़ास करके जब वह 'ईसा से नाराज़ होकर उसे जाल में फंसाना चाहते थे या उसे नुक़सान पहुंचाना चाहते थे।
  • इन लफ़्ज़ों का तर्जुमा किया जा सकता है, “यहूदी हाकिम” या “यहूदियों के ” या इख़्तियारी हाकिम “यहूदी मज़हबी उस्ताद”

(यह भी देखें: यहूदी, हाकिम-काहिनों, मजलिस, सरदार काहिन, फ़रीसी, काहिन, सदूक़ी, ‘आलिम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

  • 24:03 उन्होंने अपने-अपने गुनाहों को मानकर, बपतिस्मा लिया, बहुत से मज़हबी काहिन यूहन्ना से बपतिस्मा लेने को आए, लेकिन उन्होंने अपने गुनाहों से तौबा न किया |
  • 37:11 लेकिन यहूदियों के मज़हबी उस्ताद ‘ईसा से हसद रखते थे, इसलिए उन्होंने आपस में मिलकर मन्सूबा बनाना चाहा कि कैसे वह 'ईसा और लाजर को मरवा सकें ।
  • 38:02 वह(यहूदा) जानता था कि __ यहूदी उस्तादों__ ने 'ईसा को मसीहा की शक्ल में इन्कार कर दिया था और वह उसे मरवा डालने का मन्सूबा बना रहे थे।
  • 38:03 यहूदी रहनुमाओं ने हाकिम काहिन के ज़िम्मेदारी में 'ईसा को धोखा देने के लिये उसे तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए।
  • 39:05 यहूदी रहनुमाओं ने सरदार काहिन को जवाब दिया, “यह मरने के लायक़ है।”
  • 39:09 अगली सुबह यहूदी रहनुमाओं ने 'ईसा को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमन गवर्नर था।
  • 39:11 लेकिन यहूदी रहनुमाओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे सलीब पर चढ़ा दो।”
  • 40:09 तब यूसुफ़ और नीकुदेमुस, दो यहूदी काहिन जिन्हें यक़ीन था कि 'ईसा ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर 'ईसा की लाश को माँगा।
  • 44:07 दूसरे दिन ऐसा हुआ कि __यहूदी काहिन __पतरस और यूहन्ना को लेकर सरदार काहिन के पास गए।

शब्दकोश:

  • Strong's: G2453