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फ़रीसी, फ़रीसियों
सच्चाई:
फ़रीसी ‘ईसा के वक़्त यहूदी रहनुमाओं का एक अहम असरदार मज़हब था।
- उनमें से ज़्यादातर लोग बीच तबक़े’के तिजारती थे और कुछ फ़रीसी काहिन भी थे।
- सब यहूदी रहनुमाओं में फ़रीसी मूसा की शरी’अत के मानने में और ग़ैर यहूदी क़ानूनों और रिवाजों के मानने में सबसे ज़्यादा सख्त इन्सान थे।
- वह यहूदियों को आसपास की ग़ैर क़ौमों के असर से दूर रखने के बारे में बहुत ज़्यादा फ़िक्रमन्द रहते थे। फ़रीसी लफ़्ज़ “अलग करना” से आता है।
- फ़रीसी मरने के बा’द के ज़िन्दगी को मानते थे, वे फ़रिश्तों और कई रूहानी जानदारों को भी मानते थे।
- फ़रीसी और सदूकी ‘ईसा और शुरू’ की कलीसिया के दुश्मन थे।
(यह भी दखे: सलाह, यहूदी रहनुमा , क़ानून, सदूकी
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- रसूलों के आमाल 26:4-5
- यूहन्ना 03:1-2
- लूका 11:43-44
- मत्ती 03:7-9
- मत्ती 05:19-20
- मत्ती 09:10-11
- मत्ती 12:1-2
- मत्ती 12:38-40
- फिलिप्पियों 03:4-5
शब्दकोश:
- Strong's: G5330