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6.1 KiB

मुंसिफ़, इन्साफ़ करता, इन्साफ़, फ़ैसला

ता’अर्रुफ़:

“मुंसिफ़” और “इन्साफ़” का बयान किसी सही या ग़लत काम के फ़ैसले से होता है।

  • “ख़ुदावन्द का इन्साफ़” या'नी किसी को गुनाहगार ठहराने का फ़ैसला।
  • ख़ुदावन्द का इन्साफ़ हमेशा लोगों को गुनाह की सज़ा देना होता है।
  • “इन्साफ़ करने” का मतलब “मुजरिम ठहराना” है। ख़ुदावन्द अपने लोगों से कहता है कि वह एक दूसरे का ऐसा इन्साफ़ न करें।
  • इसका एक और मतलब है “के बीच का फ़ैसला” या “दो आदमियों का इन्साफ़ करना” कि तनाज़े में कौन सही है।
  • कुछ जुमलों में ख़ुदावन्द के “इन्साफ़” का मतलब है ख़ुदावन्द ने किस बात को सही और इन्साफ़ का फ़ैसला ठहराया है। यह उसके हुक्म, क़ानून या हुक्मों की हिदायत से है।
  • “इन्साफ़” का ख़ुलासा अक़्लमन्दी से फ़ैसला लेने की ताक़त । जिस शख़्स में “इन्साफ़” की कमी है उसमें अक़्लमन्दी के फ़ैसला लेने की क़ाबिलियत नहीं है।

तर्जुमा की सलाह:

  • जुमलों के मुताबीक़ “इन्साफ़ करना” का तर्जुमा हो सकता है, “फ़ैसला लेना” या “मुजरिम ठहराना” या “सज़ा देना” या “हुक्म देना”
  • “इन्साफ़” का तर्जुमा हो सकता है “सज़ा” या “फ़ैसला” या “हुक्म” या “हुक्म” या “मुजरिम”
  • कुछ जुमलों में “इन्साफ़ में” का तर्जुमा “इन्साफ़ के दिन” या “ख़ुदावन्द के ज़रिए'लोगों के इन्साफ़ का वक़्त” हो सकता है।

(यह भी देखें: हुक्म, मुंसिफ़, इन्साफ़ के दिन, मुनासिब, क़ानून, शरी’अत)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:

  • 19:16 उन नबियों ने लोगों को हिदायत देना शुरू' किया कि, अगर उन्होंने बुरे काम करना बंद न किया, और ख़ुदावन्द के हुक्म पर 'अमल करना शुरू' न किया, तब ख़ुदावन्द उन्हें मुजरिम ठहराएगा और उन्हें सज़ावार करेंगा।
  • __21:08__बादशाह वह होता है जो मुल्क पर हुकूमत करता है और लोगों का इन्साफ़ करता है। मसीह एक सच्चा बादशाह होगा जो की दाऊद के तख़्त पर बैठा होगा। वह हमेशा के लिए दुनिया पर बादशाहत करेगा, और हमेशा सच्चाई से इन्साफ़ करेगा और सही फ़ैसला लेगा।
  • 39:04 इस पर सरदार काहिन ने ग़ुस्से में अपने कपड़े फाड़े और कई मज़हबी रहनुमाओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या ज़रुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को ख़ुदावन्द का बेटा कहा है। तुम्हारा क्या इन्साफ़ है?”
  • 50:14 लेकिन जो 'ईसा पर ईमान नहीं करेंगे ख़ुदावन्द उनमें से हर एक का इन्साफ़ करेंगे। वह उन्हें दोज़ख़ में फेंक देगा, जहाँ वह तकलीफ़ में हमेशा रोएँगे और दाँत पीसेंगे।

शब्दकोश:

  • Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H4941, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H6485, H8196, H8199, H8201, G144, G350, G968, G1106, G1252, G1341, G1345, G1348, G1349, G2917, G2919, G2920, G2922, G2923, G4232