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खड़ा करना, उठाना, उठाया, खड़ा होना, उठना, उठा, उठा था
ता’अर्रुफ़:
ज़िन्दा करना, खड़ा करना
उमूमन ज़िन्दा करने असल लफ़्ज़ का मतलब है, “ऊंचा उठाना” या “ऊंचा बनाना”
- इसका ‘अलामती मतलब है, किसी को ज़वजूदहूर में लाना या ज़ाहिर होना। इसका मतलब यह भी हो सकता है, किसी को किसी काम के लिए मुक़र्रर करना।
- कभी-कभी इस मूल लफ़्ज़ का मतलब “दुबारा क़ायमकरना” या “दुबारा ता’मीर करना” होता है।
- “मुर्दों में से जिलाया” इस जुमले में इस असल लफ़्ज़ का मतलब ख़ास है। इसका मतलब है मुर्दे को ज़िन्दा करना।
- कभी-कभी इस असल लफ़्ज़ का मतलब किसी चीज़ या आदमी को ऊंचा करना है।
उठाना, उठना
“उठाना” या “उठना” का मतलब है, “ऊपर चढ़ना” या “उठ खड़ा होना” लफ़् ज़“जी उठा है” या “जी उठा” या “उठ कर” ये लफ़्ज़ सब माज़ी को ज़ाहिर करता हैं।
- जब कोई कहीं जाने के लिए उठता है तो उसको कभी-कभी, “वह उठकर गया” या “वह खड़ा होकर गया” के तौर पर ज़ाहिर किया जाता है।
- अगर कोई बात “उठती” है तो उसका मतलब है कि, वह "होती है" या “उसका होना शरू’ होता है”
- ‘ईसा ने नबूव्वत की थी कि वह “मुर्दों में से जी उठेगा”। ‘ईसा की मौत के तीसरे दिन फ़रिश्ते ने कहा था, की “वह जी उठा है”।
तर्जुमे की सलाह:
- “उठना” या “उठ खड़ा होना” के तर्जुमा “उठाना” या “ऊंचा करना” हो सकते है।
- “उठाना” का तर्जुमा, “ज़ाहिर करना” या “मुक़र्रर करना” या “वजूद में लाना” हो सकता है।
- “तेरे दुश्मनों का ज़ोर बढ़ाऊंगा” का तर्जुमा, “तेरे दुश्मनों को ताक़त दूंगा” हो सकता है।
- “मुर्दों में से जी उठाना” का तर्जुमा “मौत से ज़िन्दगी में ले आना” या “दुबारा ज़िन्दा करना” हो सकता है।
- मज़मून पर मुनहस्सिर “उठाने” का तर्जुमा, “मौजूद करवाना”, “मुक़र्रर करना” या “होना मुमकिन करना” या “ता’मीर करना” या “दुबारा ता’मीर करना” या “सुधारना” हो सकता है।
- “उठकर गया” इस जुमले का तर्जुमा, “खड़ा होकर गया” या “गया” हो सकता है।
- मज़मून पर मुनहस्सिर “उठा” का तर्जुमा, “शुरू’ किया” या “चल पड़ा” या “खड़ा हुआ” या “खड़ा हो गया” हो सकता है।
(यह भी देखें: क़यामत, मुक़र्रर, बलन्द करना)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- 2 तवारीख़ 06:40-42
- 2 शमूएल 07:12-14
- रसूलों के ‘आमाल 10:39-41
- कुलुस्सियों 03:1-4
- इस्तिस्ना13:1-3
- यरमियाह 06:1-3
- क़ुज़ात 02:18-19
- लूक़ा 07:21-23
- मत्ती 20:17-19
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:
- 21:14 नबियों ने यह भी नबूव्वत की कि मसीह मारा जाएगा और ख़ुदा उसे मुर्दों में से जी उठाएगा।
- 41:05 ‘ईसा यहाँ नहीं है, लेकिन अपने कलाम के मुताबिक़ जी उठा है।" वह मुर्दों में से ज़िन्दा हुआ, जैसा उसने कहा था कि वह करेगा|
- 43:07 अगरचे “‘ईसा की मौत हुई लेकिन उसी को ख़ुदा ने मौत के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया, और यह नबूव्वत की गई थी कि, ‘न तो उसका आलम-ए-अर्वाह में छोड़े गई और न उसका जिस्म सड़ने पाया |’ इसी ‘ईसा को ख़ुदा ने फिर से जिलाया, जिसके हम सब गवाह है |”
- 44:05 " और तुम ने ज़िन्दगी के मुसन्निफ़ को मार डाला, जिसे ख़ुदा ने मरे हुओ में से जिलाया।"*
- 44:08 तब पतरस ने उन्हें जवाब दिया, “‘ईसा मसीह की क़ुव्वत से यह आदमी तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है | तुमने ‘ईसा को सलीब पर चढ़ाया, लेकिन ख़ुदा ने मरे हुओं में से जिलाया |”
- 48:04 इसका मतलब यह हुआ कि, शैतान मसीह को मार देगा, पर ख़ुदा उसे तीसरे दिन फिर ज़िन्दा कर देगा | ‘ईसा शैतान की ताक़त को हमेशा के लिए बर्बाद कर देगा |
49:02 वह पानी पर चला, तूफान को रोक दिया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, बदरूहों को निकाला, मुर्दों को ज़िन्दा किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने खाने में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए क़ाफ़ी हो।
- 49:12 तुम्हें ईमान करना होगा कि ‘ईसा ख़ुदा का बेटा है, कि वह तुम्हारी जगह सलीब पर क़ुर्बान हुआ, और यह कि ख़ुदा ने उसे फिर मुर्दों में से ज़िन्दा कर दिया।
शब्दकोश:
- Strong's: H2210, H2224, H5549, H5782, H5927, H5975, H6209, H6965, H6966, H6974, H7613, H7721, G305, G386, G393, G450, G1096, G1326, G1453, G1525, G1817, G1825, G1892, G1999, G4891