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2.7 KiB

चुनना, मुक़र्रर करना, मुक़र्रर किया

ता’अर्रुफ़:

“ठहराए” और “ मुक़र्रर किया” या'नी किसी को किसी ख़ास काम या किरदार के लिए चुनना।

  • “ मुक़र्रर होना” के बारे में भी “चुना गया” कि कुछ हासिल करे जैसे “ज़िन्दगी की ख़ुशी के लिए ठहराया” लोग जो “ख़ुशहाल ज़िन्दगी के लिए ठहराया” या'नी वह ख़ुशहाल ज़िन्दगी के लिए चुने गए हैं।
  • “ मुक़र्ररा वक़्त ” या'नी ख़ुदा का “चुना हुआ वक़्त” या “मशवरे का वक़्त ” कि कोई घटना घटे।
  • “ठहराए” लफ़्ज़ का मतलब “हुक्म दिया ” या “किसी को किसी काम के लिए रखना”

तर्जुमा की सलाह:

  • नए जुमले का तर्जुमा “ठहराए” तर्जुमा के तरीक़े हो सकते हैं, “चुनना” या “सौंपना” या “क़ानूनी तौर पर चुन लेना “या“ इख्तियार देना”।
  • “ मुक़र्रर किया” का तर्जुमा हो सकता है, “सौंपा” या “योजना बनाई” या “ख़ास तरीक़े से चुना”।
  • “ मुक़र्रर किया गया” का तर्जुमा “चुना गया” हो सकता है।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

  • Strong's: H561, H977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G322, G606, G1299, G1303, G1935, G2525, G2749, G4287, G4384, G4929, G5021, G5087