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चराग़दान, चराग़दानों
ता’अर्रुफ़:
किताब-ए-मुक़द्दस में, “चराग़दान” लफ़्ज़ उस बनावट का हवाला होता है जिस पर चराग़दान रखा जाता था कि कमरे में रोशनी फैले।
- एक ‘आम चराग़दान मिट्टी, लकड़ी या धातु का बना होता था (धातु जैसे तांबा, चांदी या सोना)
- यरूशलीम की हैकल में एक ख़ास चाराग़दान था जिसमें सात चराग़ों के लिए सात शाखाएं थी और वह सोने का था।
तर्जुमा की सलाह
- इस लफ़्ज़ का तर्जुमा “चराग़ की बुनियाद में” या “चराग़ रखने का ढाँचा” या “चराग़ रोकने वाला” किया जा सकता है।
- हैकल के चराग़दान, का तर्जुमा “सात चराग़ों का चराग़दान” या “सात चराग़ों की सोने की चौकी” किया जा सकता है।
- तर्जुमा के साथ चराग़दान की तस्वीर और किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में सात शाख़ाओं का चराग़दान की तस्वीर देना मददगार होगा।
(यह भी देखें: पीतल, सोना, चराग़, रोशनी, चाँदी, हैकल)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H4501, G3087