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बे’इज़्ज़ती, बे’इज़्ज़त करता, बे’इज़्ज़त किया, शर्मनाक
सच्चाई:
लफ़्ज़ “बे’इज़्ज़त” का मतलब है ‘इज़्ज़त और अहतिराम खो देना|
- जब इन्सान गुनाह करता है तो वह बे’इज़्ज़ती और शर्मिंदगी की हालत में होता है|
- “शर्मनाक” लफ़्ज़ गुनाह को या गुनाह करनेवाले का ज़िक्र करता है।
- कभी-कभी नेक काम करने वाले के साथ ऐसा सुलूक किया जाता है जिससे वह शर्मिंदा और बे’इज़्ज़त होता है।
- मिसाल के तौर पर, ‘ईसा की सलीब पर मौत एक शर्मनाक मौत थी। ‘ईसा ने ऐसी बे’इज़्ज़ती के लायक़ कुछ नहीं किया था।
- “बे’इज़्ज़ती” का तर्जुमा “शर्म” या “बे’इज़्ज़त” हो सकता है।
- “शर्मनाक” का तर्जुमा “शर्मनाक” या “बे’इज़्ज़त” हो सकता है।
(यह भे देखें: बे’इज्ज़त, ‘इज़्ज़त, शर्म)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H954, H1984, H2490, H2617, H2659, H2781, H2865, H3637, H3971, H5007, H5034, H5039, H6031, H7036, G149, G819, G3680, G3856