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4.0 KiB

क़ैदी बनाना ,क़ैदी ,क़ब्ज़े में करना ,फ़रेफ़्ता,ग़ुलामी

ता’रीफ़:

क़ैदी बनाना ,और “ग़ुलामी “के मा’नी हैं इन्सानों को ताक़त से क़ैदी बनाना और जहाँ वह नहीं चाहते वहाँ उन्हें रखना जैसे ग़ैर मुल्क में |

  • यहूदिया के इस्राईलियों को बाबुल में 70 साल ग़ुलाम बना कर रखा गया था |
  • ग़ुलाम लोगों को क़ैदी बनाने वाले लोगों या मुल्कों के लिए काम करना पड़ता था |
  • दानीएल और नहमियाह इस्राईली ग़ुलाम थे जो बाबुल के बादशाह की ख़िदमत में थे |

“* क़ैदी बनाना” इन्सानों को ग़ुलामी में ले जाने के लिए एक और ख़ुलासा है |

  • “तुम्हे क़ैदी बना कर ले जायेंगे “का तर्जुमा “तुम्हे ग़ुलाम होकर रहने के लिए मजबूर करेंगे “या “तुम्हे ग़ैर मुल्क में क़ैदी बना कर रखेंगे “किया जा सकता है |
  • तम्सीली शक्ल में पौलूस रसूल ईमानदारों से कहता है कि वह हर ख़्याल को “क़ैदी बनाकर “मसीह का फ़रमाबरदार बना दें |
  • वह यह भी कहता है कि इन्सान गुनाह की “ग़ुलामी में हो जाता है या गुनाह की “क़ैद” में हो जाता है |

तर्जुमें की सलाह

  • मज़मून के मुताबिक़ “ग़ुलाम होकर “लफ़्ज़ का तर्जुमा “आज़ाद होने की इजाज़त नहीं है “या “क़ैद ख़ाने में रखा “या ग़ैर मुल्क में रहने के लिए मजबूर किया “हो सकता है |
  • ग़ुलाम होकर या “ग़ुलामी में”इसका तर्जुमा “ले लिया”या “क़ैद “या “ग़ैर मुल्क में जाने के लिए मजबूर किया “हो सकता है |
  • “क़ैदी” का तर्जुमा जो लोग पकड़े गये” या “ग़ुलाम बनाये गये लोग “भी किया जा सकता है |
  • मज़मून में मुताबिक़ “ग़ुलामी” लफ़्ज़ का तर्जुमा “क़ैद” या “ग़ुलामी” या “ग़ैर मुल्क में रहने के लिए मजबूर किया” हो सकता है |

(यह भी देखें: बाबुल , ग़ुलामी, क़ैद ख़ाने, क़ैदी बनाना )

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

  • Strong's: H1123, H1473, H1540, H1546, H1547, H2925, H6808, H7617, H7622, H7628, H7633, H7686, H7870, G161, G162, G163, G164, G2221