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3.1 KiB

जलावतन, जलावतनों, जलावतन किया

ता'अर्रुफ़:

“जलावतन” लफ्ज़ का मतलब है कि इन्सानों को वतन से बाहर कहीं दूर बसाया जाना।

  • इन्सान सज़ा के लिए या सियासी वजहों से अपने मुल्क से बाहर किया जाता है।
  • शिकस्त पाए मुल्क की क़ौम को, फतह मुल्क जलावतनी के तौर अपने मुल्क को ले जाता ताकि वह उनके लिए काम करें|।
  • " किताब-ए-मुक़द्दस "की ता'रीख़ की मुद्दत है जब यहुदाह के बहुत से यहूदी शहरी अपने घरों से निकल कर बाबुल में रहने के लिए मजबूर थे | यह 70 साल तक चली।
  • “जलावतनी ” लफ्ज़ उन लोगों के ता'ल्लुक़ में है जिन्हें वतन से दूर रास्ते में रखा जाता है।

तर्जुमा की सलाह:

  • “जलावतनी में ले जाने” का तर्जुमा एक ऐसे लफ्ज़ या ऐसे जुमले के ज़रिए’ किया जा सकता है जिसका मतलब “दूर करना” या “निकालना” या “मुल्क से निकाल देना”।
  • “जलावतनी " का वक़्त ” लफ्ज़ का तर्जुमा ऐसे लफ्ज़ या ऐसे जुमले के ज़रिए किया जा सकता है जिसका मतलब , “भेजे गए वक़्त ” या “जलावतन का वक़्त ” या “मजबूर ग़ैर मौजूदगी का वक़्त ” या “बर्तन”।
  • “जलावतनी ” के तर्जुमें की तरीक़े हो सकते है, “बे घर लोग” या “वह लोग जिन्हें मुल्क से निकाल दिया गया है” या “बाबुल में बे घर लोग”

(यह भी देखें: बाबुल, यहूदाह)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

  • Strong's: H1123, H1473, H1540, H1541, H1546, H1547, H3212, H3318, H5080, H6808, H7617, H7622, H8689, G3927