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धोखा, धोखे, धोखा दिया, धोखा देना, धोखा देना वाला, धोखा देने वाले
ता'अर्रुफ़:
“धोखा” का मतलब है किसी को धोखा देना या नुक्सान पहुंचाना है। * “धोखा वाने वाला” वह शख़्स होता है जो यक़ीन करने वाले को धोखा दे।
- यहूदाह “धोखा देने वाला” था क्योंकि उसने यहूदी रहनुमाओं को तरीक़ा बताया था कि 'ईसा को कैसे पकड़ें।
- यहूदाह के ज़रिए' धोखा गुनाह था, क्योंकि वह 'ईसा का रसूल था और उसने पैसों के बदले में यहूदी रहनुमाओं को जानकारी दी थी जिसका अन्जाम से 'ईसा की बेइंसाफ़ की मौत हुई।
तर्जुमें की सलाह:
जुमले के मुताबिक़“पकड़वाने” का तर्जुमा “धोखा देना और नुक्सान पहुंचाना” या “दुशमनों के हाथों में कर देना” या “बे रहमी का सलुक़ करना” हो सकता है।
- “पकड़वानेवाला” लफ्ज़ का तर्जुमा “धोखा देने वाला शख्स” या “बुरा सलूक ” या “बाग़ी” हो सकता है।
(यह भी देखें यहूदाह इस्करियोती, यहूदी रहनुमा, रसूल)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों की मिसालें:
- 21:11 नबियों ने पहले से नबूव्वत की थी, कि जो लोग मसीह को मारने वाले होंगे वह उसके कपड़ों के लिए जुआ खेलेंगे और उसका उल्टा दोस्त उसे धोखा देगा। ज़करियाह नबी ने पहले से ही नबूव्वत की थी, कि मसीह का ही एक शागिर्द उसे तीस चाँदी के सिक्कों के लिए धोखा देगा।
- 38:02 'ईसा और शागिर्दों के यरूशलीम में पहुँचने के बा'द यहूदाह यहूदी सरदार के पास गया और पैसों के बदले 'ईसा के साथ __धोखा __ देने की तजवीज़ रख्खी |
- __38:03__यहूदी सरदारों ने 'आला सरदार काहिन के मौजूदगी में 'ईसा को धोखा देने के लिये उसे तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए।
- 38:06 फिर 'ईसा ने अपने शागिर्दों से कहा, “तुम में से एक मुझे पकड़वाएगा।” 'ईसा ने कहा कि, “जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा दूँगा वही मेरा पकड़वाने वाला होगा।”
- 38:13 जब 'ईसा तीसरी बार दू'आ करके आया तो उसने अपने शागिर्दों से कहा कि, “उठो, मेरे पकड़ने वाले आ गए है।”
- 38:14 'ईसा ने यहूदाह से कहा कि, “ तूने मुझे पकड़वाने के लिए चूमा है।”
- 39:08 इसी दौरान जब यहूदाह, धोखेबाज़, ने देखा कि यहूदी काहिन 'ईसा को मुजरिम ठहरा कर उसे मारना चाहते है। यह देख यहूदाह ग़मगईं हुआ और खुद को मार डाला।
शब्दकोश:
- Strong's: H7411, G3860, G4273