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थिस्सलुनीके, थिस्सलुनीकियों, थिस्सलुनीकियों
सच्चाई:
नये ‘अहद नामे के ज़माने में थिस्सलोनिके रोमी बादशाहत की मकिदुनिया की दारुल सल्तनत थी। उस शहर के लोग “थिस्सलोनिकेके बाशिन्दे ” कहलाते थे।
- थिस्सलोनिके शहर एक ख़ास बंदरगाह था और एक ख़ास रास्ते पर मौजूद था जिसके ज़रिये रोम पूरब ‘इलाक़े से जुड़ता था।
- सिलास और तीमुथियुस के साथ पौलुस अपनी दूसरी बशारती सफ़र में इस शहर में गया और वहाँ एक फलदायक कलीसिया तैयार की। पौलुस ने अपने तीसरे बशारती सफ़र में भी इस शहर की कलीसिया से मुलाक़ात की थी।
- पौलुस ने थिस्सलोनिके की कलीसिया को दो ख़त लिखे थे। ये दोनों ख़त (पहला थिस्सलुनीकियों और दूसरा थिस्सलुनीकियों) नये ‘अहद नामे में मौजूद है।
(तर्जुमे की सलाह: नामोंका तर्जुमा कैसे करें
(यह भी देखें: मकिदुनिया, पौलुस, रोम)
किताब-मुक़द्दस के बारे में:
- 1 थिस्सलुनीकियों 01:1
- 2 थिस्सलुनीकियों 01:1-2
- 2 तीमुथियूस . 04:9-10
- रसूलों के 'आमाल 17:1-2
- फ़िलिप्पियों 04:14-17
शब्दकोश:
- Strong's: G2331, G2332