3.4 KiB
3.4 KiB
रोम, रोमी
सच्चाई:
नये ‘अहदनामे के ज़माने में रोम शहर रोमी हुकूमत की दार-उल-हुकूमत था। आज वह इटली मुल्क की दार-उल-हुकूमत है।
- रोम हुकूमत रोम के-समन्दर के पूरे ‘इलाक़े, इस्राईल पर भी बादशाही कर रहा था।
- “रोमी” लफ़्ज़ उन सब ‘इलाक़ों के बारे में है जिन पर रोमी सरकार की हुकूमत थी जिनमें रोमी बाशिन्दे और रोमी मुलाज़िम भी थे।
- रसूल पौलुस को बन्दी बनाकर रोम ले जाया गया था क्योंकि वह ‘ईसा का ख़ुशख़बरी सुनाता था।
- नए ‘अहदनामे की किताब "रोमियों का ख़त" पौलुस के ज़रिए’ रोम के मसीही ईमानदारों को लिखा ख़त है।
(यह भी देखें: ख़ुश ख़बरी, समन्दर, पिलातुस, पौलुस)
किताब-ए-मुक़द्दस के के बारे में:
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:
- 23:04 जब मरियम के जनने के दिन पूरे हुए, रोमन हुकूमत ने कहा कि सब लोग नाम लिखवाने के लिए अपने अपने शहर को जाए |
- 32:06 तब ‘ईसा ने उस बदरूह से पूछा “तेरा क्या नाम है?” उसने उसे कहा “मेरा नाम लश्कर है: क्योंकि हम बहुत है |” (लश्कर फ़ौजियों की जमा’अत होती है |)
- 39:09 अगली सुबह यहूदी नेताओ ने ‘ईसा को एक रोमन हाकिम पिलातुस के पास इस उम्मीद से ले गए की वह ‘ईसा को मार डालेगा।
- 39:12 रोमन सैनिकों ने ‘ईसा को कोड़े मारे, और शाही चोगा पहनाकर काँटों का ताज उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर ‘ईसा का मज़ाक उड़ाया “यहूदियों का बादशाह” देखो |
शब्दकोश:
- Strong's: G4514, G4516