ur-deva_tw/bible/names/paul.md

6.4 KiB

पौलुस, शाऊल

सच्चाई:

पौलुस शुरू’की कलीसिया का रहनुमा था जिसे ‘ईसा ने सब क़ौमों में ख़ुशख़बरी सुनाने के लिए भेजा था।

  • पौलुस रोमी शहर तर्शिश में पैदा एक यहूदी था, इसलिए वह रोमी बाशिन्दा भी था।
  • पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल के ज़रिए’जाना जाता था।
  • शाऊल एक यहूदी मज़हब का रहनुमा था जो उन यहूदियों को क़ैदी बनाता था जो मसीह के ईमानदार हो गए थे क्योंकि उसके ख़्याल में ‘ईसा में यक़ीन करके वे ख़ुदा को बे इज़्ज़त करते थे।
  • ‘ईसा शाऊल पर अंधा करने वाली बहुत ज़्यादा रोशनी में ज़ाहिर हुआ और उससे कहा कि वह मसीही ईमानदारों को सताना छोड़ दे।
  • शाऊल ने ‘ईसा पर यक़ीन किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी ता’लीम देने लगा।
  • इसके बा’द ख़ुदा ने उसे ग़ैर क़ौमों में ‘ईसा के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी बादशाहत के तमाम शहरों में और इ‘लाकों में कलीसियाएं शुरू’कीं इस वक़्त उसका नाम बदल कर "पौलुस" हो गया था।
  • पौलुस ने इन कलीसियाओं को हौसला देने और ता’लीम देने के लिए ख़त भी लिखे थे उनमें से अनेक ख़त नये अहद नामे में हैं।

(तर्जुमा की सलाह नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: मसीही, यहूदी रहनुमा , रोम)

किताब ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

  • 45:06 एक शाऊल नाम का जवान, स्तिफनुस के क़त्ल में शामिल लोगो से राज़ी था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
  • 46:01 शाऊल वह जवान था जिसने स्तिफनुस के क़त्ल में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह ‘ईसा पर यक़ीन नही करता था, इसलिए वह ईमानदारों को सताता था।
  • 46:02 लेकिन जब शाऊल दमिश्क के क़रीब पहुँचा, तो अचानक आसमान से उसके चारों ओर रोशनी चमकी, और वह ज़मीन पर गिर गया| शाऊल ने यह लफ़्ज़ सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल! तू मुझे क्यों सताता है?”
  • 46:05 तब हनन्याह उठकर शाउल के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "’ईसा , जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर आँखे पाए और रूह-उल-क़ुद्दूस से मा’मूर हो जाए।"शाउल फ़ौरन देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
  • 46:06 फ़ौरन ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से मुनादी करने लगा की ‘ईसा ही ख़ुदा का बेटा है “|
  • 46:09 बरनबास और शाऊल इन नए ईमानदारों को पढ़ाने, ‘ईसा के बारे में बताने और कलीसिया को मज़बूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
  • 47:01 जैसे शाऊल पुरे रोमी सल्तनत में सफ़र करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "पौलुस" का इस्ते’माल करना शुरू किया।
  • 47:14 पौलुस और ,और मसीही रहनुमाओं ने बहुत से शहरों में ‘ईसा का ‘ऐलान किया और लोगों को ख़ुदा के कलाम की ता’लीम दी।

शब्दकोश:

  • Strong's: G3972, G4569