3.7 KiB
मनस्सी
सच्चाई:
मनस्सी नाम के पाँच आदमी पुराने 'अहद नामे में हुए हैं।
-
यूसुफ़ के पहिलौठे का नाम मनस्सी था।
-
मनस्सी और इफ़्राईम दोनों को यूसुफ़ के बाप या'क़ूब ने गोद लिया था। जिसकी वजह से उनकी औलादों को इस्राईल के बारह क़बीलों में गिने जाने की ख़ुश नसीबी हासिल हुई ।
-
मनस्सी की औलाद इस्राईल का एक क़बीला हुआ।
-
मनस्सी का क़बीला “मनस्सी का आधा क़बीला” कहलाता था क्यूँकि यरदन नदी के पश्चिम में कन'आन मुल्क में इस क़बीले के एक हिस्से ने ही रहना शुरू' किया था, । इस क़बीले का बाक़ी हिस्सा यरदन नदी के पूरब में बस गया।
-
यहूदा के एक बादशाह का नाम भी मनस्सी था।
-
मनस्सी एक बुरा बादशाह था जिसने अपने बच्चों को झूठे मा'बूदों के लिए आतिशी क़ुर्बानी पेश करता था।
-
ख़ुदा ने बादशाह मनस्सी को दुश्मन की फ़ौज के ज़रिए' क़ैदी बनाये जाने की सज़ा दी । मनस्सी तौबा करके ख़ुदा के क़रीब आया और सब बुत परस्ती की क़ुर्बानगाहों को बर्बाद कर दिया।
-
'अज्रा के वक़्त में भी मनस्सी नाम के दो आदमी थे। उन्हें अपनी-अपनी ग़ैर क़ौमों की बीवियों को तलाक़ देना पड़ा था क्यूँकि उन्होंने बुत परस्ती पर ज़ोर डाला था।
-
मनस्सी नाम का एक और आदमी था वह दान की औलादों में कुछ का दादा था, वह झूठे मा'बूदों के पुजारी थे ।
(तर्जुमा की सलाहनामों का तर्जुमा कैसे करें)
(यह भी देखें: क़ुर्बानगाह, दान, इफ़्राईम, 'अज्रा, झूठे मा’बूद, या’क़ूब, यहूदा, बुत परस्त, इस्राईल के बारह क़बीले)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H4519, H4520, G3128