8.3 KiB
बचाना, बचाता है, नजात, हिफ़ाज़त
ता’अर्रुफ़:
“बचाना” या'नी किसी बुरी या नुक़सानदह बात से बचना। “महफ़ूज़ रहना” या'नी नुक़सान या ख़तरे से बचना।
- जिस्मानी ऐतबार से लोगों को नुक़सान, ख़तरे या मौत से बचाया या निकाला जा सकता है।
- रूहानी मतलब में लोगों की "नजात" का मतलब है सलीब पर 'ईसा की मौत के ज़रिए’, गुनाह से मु'आफ़ किया गया और दोज़ख़ में सज़ा का हिस्सेदार होने से ख़ुदा ने उसे "बचा लिया" है।
- लोग ख़तरे से इन्सानों को बचा सकते हैं लेकिन गुनाहों की हमेशा की सज़ा से सिर्फ़ ख़ुदावन्द ही इन्सानों को बचा सकता है।
नजात लफ़्ज़ का मतलब है किसी को बुराई और ख़तरे से बचाना
- किताब-ए-मुक़द्दस में नजात रूहानी छुटकारे को बताता है जो उन लोगों के लिए बताया हैः जो तौबा करते हैं और 'ईसा पर ईमान रखते हैं
- किताब-ए-मुक़द्दस ख़ुदा का अपने लोगों को उसके दुश्मनों से और बुराई से नजात दिलाना है नजात
तर्जुमा की सलाह:
-
“बचाना” का तर्जुमा “नजात दिलाना” या “नुक़सान से बचाना” या “नुक़सान के रास्ते से निकाल लेना” या “मरने से बचा लेना” हो सकता हैं।
-
इस जुमले में “जो कोई अपनी ज़िन्दगी बचाएगा”, लफ़्ज़ “बचाएगा” का तर्जुमा, “हुफ़ाज़त” या “महफ़ूज़ रखना” हो सकता है।
-
“महफ़ूज़” का तर्जुमा हो सकता है, “ख़तरे से बचना” “वह जगह जहाँ कोई नुक़सान न पहुंचा पाए”।
-
नजात का जो लफ़्ज़ हैं उसका तेजुमा दुनियावी तरीक़े से भी कर सकते हैं "बचाना" या "निकालना"या लोगों को उनके गुनाहों की सज़ा से आज़ाद कराना
-
ख़ुदा मेरी नजात है ऐसा भी तर्जुमा हो सकता है ख़ुदा ही है जो मुझे बचाता है
-
आप नजात के कुँवें से पानी निकालना ,इसका तर्जुमा यह भी हो सकता हैं आप पानी से महफ़ूज़ निकल जाते हैं क्यूँकि ख़ुदा और उनकी हिफ़ाज़त करता है
((यह भी देखें: सलीब, छुड़ाना, सज़ा देना, नजात, गुनाह)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- पैदाइश 49:16-18
- पैदाइश 47:25-26
- ज़बूर 080:1-3
- यरमियाह 16:19-21
- मीकाह 06:3-5
- लूक़ा 02:30-32
- लूक़ा 08:36-37
- रसूलों के 'आमाल 04:11-12
- रसूलों के 'आमाल 28:28
- रसूलों के 'आमाल 02:20-21
- रोमियों 01:16-17
- रोमियों 10:8-10
- इफ़िसियों 06:17-18
- फ़िलीप्पियों 01:28-30
- 1 तीमुथियुस 01:15-17
- मुक़ाश्फा 19:1-2
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें :
- __09:08मूसा ने अपने साथी इस्राईली को__बचाने की कोशिश की |
- 11:02 ख़ुदा ने इन्तिज़ाम किया कि, वह शख्स जो उस पर यक़ीन करेंगा वह उसके पहलौठे बेटे को बचाएगा ।
- __12:05__मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत! ख़ुदा ख़ुद ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे बचाएगा
- 12:13 इस्राईलियों ने अपनी आज़ादी का जश्न मनाने के लिये बहुत से गीत गाए, और ख़ुदा की 'इबादत की जिसने उन्हें मिस्रियो की फ़ौज से बचाया
- 16:17 यह बात कई बार दोहराई गई,इस्राईली गुनाह करते थे , ख़ुदा उन्हें सज़ा देता था, और फिर वह तौबा करते थे, और फिर ख़ुदा उन्हें बचाने के लिए एक नजात देने वाला भेजता था
- 44:08 तुमने 'ईसा को सलीब पर चढ़ाया, लेकिन ख़ुदा ने उसे मरे हुओं में से जिलाया। तुमने उसे क़ुबूल न किया, लेकिन और कोई दूसरा रास्ता नहीं है सिर्फ़ 'ईसा की क़ुव्वत के ज़रिए' ही नजात मिल सकती है ।”
- __47:11__दारोगा घबरा गया और पौलुस और सीलास के पास आकर पूछा, “ऐ साहीबों __नजात __ पाने के लिए मैं क्या करूँ ?” पौलुस ने जवाब दिया, "’ईसा, जो मालिक है, उसपर यक़ीन करो तो तुम और तुमारा ख़ानदान नजात पाएगा।"
- 49:12 अच्छे काम तुम्हें बचा नहीं सकते।
- 49:13 जो कोई भी 'ईसा पर यक़ीन करता और उसे ख़ुदा की शक्ल में क़ुबूल करता है ख़ुदा उसे बचाएगा। लेकिन जो उसमें ईमान नहीं करता है ऐसे किसी शख्स को वह नहीं बचाएगा।
शब्दकोश:
- Strong's: H983, H2421, H3444, H3467, H3468, H4190, H4422, H4931, H6403, H7682, H7951, H7965, H8104, H8668, G803, G804, G806, G1295, G1508, G4982, G4991, G4992, G5198