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ख़ुदा के घर, यहोवा के घर
ता’अर्रुफ़:
किताब-ए-मुक़द्दस में “ख़ुदा के घर” (ख़ुदा का घर) और “यहोवा के घर (यहोवा का घर) या’नी ख़ुदा की ‘इबादत का मक़ाम|
- यह लफ़्ज़ ज़्यादा खुसूसियत में ख़ेमा या हैकल के लिए काम में आता था।
कभी-कभी “ख़ुदा का घर”, ख़ुदा की क़ौम के लिए भी काम में लिया जाता था।
तर्जुमें की सलाह:
- इबादत की जगह के बारे में इस जुमले का तर्जुमा “ख़ुदा की ‘इबादत का घर” या “ख़ुदा की ‘इबादत का मक़ाम” किया जा सकता है।
अगर यह हैकल का ख़ेमे के बारे में है तो इसका तर्जुमा “हैकल(या ख़ेमा)” किया जा सकता है जहाँ ख़ुदा की ‘इबादत की जाती है(या “जहा ख़ुदा हाज़िर होता है” या “जहाँ ख़ुदा अपने लोगों से मिलता है।”)
- लफ़्ज़ “घर” का तर्जुमा में इस्ते’माल करना ज़रूरी है ताकि ये ज़ाहिर कर सकें कि ख़ुदा "बसता" है, ख़ुदा की रूह अपने लोगों के साथ है जो उसकी ‘इबादत करने की जगह में है।
(यह भी देखें: ख़ुदा की क़ौम, ख़ेमा, हैकल)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- 1 तीमुथियुस 03:14-15
- 2 तवारीख़ 23:8-9
- ‘अज़्रा 05:12-13
- पैदाइश 28:16-17
- क़ुज़ात 18:30-31
- मरकुस 02:25-26
- मत्ती 12:3-4
शब्दकोश:
- Strong's: H426, H430, H1004, H1005, H3068, G2316, G3624