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डर, डरता, डरा हुआ
ता’अर्रुफ़ :
लफ़्ज़ “डर” और “डरना” किसी शख़्स से नाख़ुशगवार अहसासात के बारे में बताते हैं जब अपने आप को या दूसरों को नुक़सान पहुँचे|
- “डर” लफ़्ज़ इख़्तियार वाले इन्सान के लिए गहरी ‘इज़्ज़त और ख़ौफ़ के बारे में बताता है,
- “यहोवा का डर” लफ़्ज़ “ख़ुदा का डर” या “ख़ुदावन्द का डर” से मुता’अल्लिक़ अलफ़ाज़ ख़ुदा का गहरा एहतराम और उसकी फरमाबरदारी के ज़रिए’ ख़ुदा की ‘इज़्ज़त ज़ाहिर करना| इस डर ने ख़ुदा की पाकी और गुनाहों से नफ़रत जानकार तरग़ीब पाई|
- किताब-ए-मुक़द्दस ता’लीम देता है कि जो यहोवा का डर रखता है वह दानिशमन्द हो जाता है।
तर्जुमे की सलाह:
- मज़मून पर मुनहस्सिर, “डरना” का तर्जुमा हो सकता है, “डर होना” या “गहरी ‘इज़्ज़त करना” या “अहतराम करना” या “ख़ौफ़ में होना”
- लफ़्ज़ “डरा हुआ” का तर्जुमा “डरा हुआ” या “डरा हुआ” या “डरा” भी हो सकता है।
- जुमला “सब पर ख़ुदावन्द का डर छा गया” इस जुमले का तर्जुमा इस तरह भी किया जा सकता है, “अचानक ही सबने ख़ुदा का गहरा ख़ौफ़ और ख़ुदा के लिेए ‘इज़्ज़त महसूस की” या “फ़ौरन, वह सब बहुत ता’अज्जुब और ख़ुदा के लिए गहरा अहतराम महसूस किया|
- अलफ़ाज़ “मत डरो” का तर्जुमा “खौफ़नाक न हो” या “डरने से रुक जाओ” हो सकता है।
- ग़ौर करें अलफ़ाज़ “यहोवा का डर” नये ‘अहद नामें में वाक़े’ नहीं हुआ है। अलफ़ाज़ “ख़ुदावन्द का डर” या “ख़ुदावन्द ख़ुदा का डर” आए हैं।
(यह भी देखें : ता’अज्जुब, ख़ौफ़, ख़ुदा, ताक़त, यहोवा)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :
- 1 युहन्ना 04:17-18
- रसूलों के ‘आमाल 02:43-45
- रसूलों के ‘आमाल 19:15-17
- पैदाइश 50:18-21
- यसा’याह 11:3-5
- अय्यूब 06:14-17
- युनाह 01:8-10
- लूक़ा 12:4-5
- मत्ती 10:28-31
- अम्साल 10:24-25
शब्दकोश:
- Strong's: H367, H926, H1204, H1481, H1672, H1674, H1763, H2119, H2296, H2727, H2729, H2730, H2731, H2844, H2849, H2865, H3016, H3025, H3068, H3372, H3373, H3374, H4032, H4034, H4035, H4116, H4172, H6206, H6342, H6343, H6345, H6427, H7264, H7267, H7297, H7374, H7461, H7493, H8175, G870, G1167, G1168, G1169, G1630, G1719, G2124, G2125, G2962, G5398, G5399, G5400, G5401