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बे-ईमान, धोखा
ता’अर्रुफ़:
लफ़्ज़ “बे-ईमान” का मतलब ईमान से अलग या ईमान न करना।
- इस लफ़्ज़ के ज़रिए’ उन लोगों का ज़िक्र किया गया है जो ख़ुदा में ईमान नहीं करते। उनके ईमान में कमी ग़ैर इख़लाक़ी तरीक़े से देखी जाती है।
- यरमियाह नबी ने इस्राईल पर यक़ीन किया कि वह ख़ुदा के के लिए बे-ईमान और नाफ़रमान है।
- उन्होंने बुतों की ‘इबादत की और उन लोगों के और शर्मनाक रिवाजों पर ‘अमल किया जिन्होंने ख़ुदा की ‘इबादत या फरमाबरदारी नहीं की
तर्जुमे की सलाह
- मज़मून पर मुनहस्सिर “बे-ईमान” लफ़्ज़ का तर्जुमा “बे-ईमान” या “ईमान न करना” या “ख़ुदा के नाफ़रमान” या “ईमान न करना” किया जा सकता है।
- “बे-ईमानी” का लफ़्ज़ का तर्जुमा “यक़ीन न करना” या “बे-ईमानी” या “ख़ुदा से बग़ावत” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: नामों का तर्जुमा कैसे करें)
(यह भी देखें: ईमान नहीं करने वाले, वफ़ादार, नाफ़रमानी)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: G571