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2.1 KiB

आज़माइश, मुसीबत

ता’अर्रुफ़:

“आज़माइश” का मतलब है किसी चीज़ या इन्सान को “आज़माना ” या “जांचना”।

  • अदालत या’नी अदालती सुनवाई जिसमें इन्सान को मुजरिम या बेक़ुसूर साबित करने के लिए सुबूतों को पेश किया जाता है।
  • ख़ुदा के ज़रिए’ ईमान को आजमाने के लिए पैदा किये गये मुश्किल हालातों को भी “आज़माइश” कहा जाता है। इसके लिए और लफ़्ज़ है " आज़माइश " या "लालच " ख़ास तरह की आज़माइश है।
  • किताब-ए-मुक़द्दस में बहुत से इन्सानों की आज़माइश ली गई थी कि ख़ुदा के लिए उनके ईमान और फ़र्माबर्दारी को तय किया जाए। वे हर तरह की आज़माइश से होकर निकले जैसे कोड़े खाना, क़ैदखाने में डाले जाना या ईमान की वजह से हलाक किए जाना।

यह भी देखें: आज़माइश करना, आज़माना , बे क़ुसूर , इल्ज़ाम)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

  • Strong's: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3984, G3986, G4451