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शान
ता'अर्रुफ़ :
लफ़्ज़ "शान" का मतलब इन्तिहाई ख़ूबसूरती और लालित्य है जो अक्सर माल और एक शानदार शक्ल से जुड़ा होता है ।
- “शान” लफ़्ज़ ज़्यादातर बादशाह के पास कितना माल है या उसके बेश क़ीमती ख़ूबसूरत लिबास में वह कैसे दिखते है बयान करने के लिए इस्ते'माल किया जाता है।
- "शान" लफ़्ज़ दरख़्तों, पहाड़ों और ख़ुदा की मख़लूक़ की कई चीज़ों का बयान करने के लिए भी किया जाता है।
- कुछ शहरों को भी शान वाला कहा जाता है, उनके क़ुदरती वसायल , बड़ी 'ईमारतों और सड़कों और रहने वालों के माल जायदाद जिसमें ज़ेवरात, सोना-चांदी वग़ैरह है ।
- मज़मून पर मुन्हसिर , यह लफ़्ज़ "शानदार ख़ूबसूरती" या "बे पनाह जलाल " या "’अज़ीम बादशाहत " की शक्ल में तर्जुमा किया जा सकता है।
(यह भी देखें: जलाल , राजा बादशाह)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H1925, H1926, H1927, H1935, H2091, H2122, H2892, H3314, H3519, H6643, H7613, H8597