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मग़रूर, ग़ुरूर करके, गुरूर
ता'अर्रुफ़:
“मग़रूर” या'नी घमण्डी, हमेशा ज़ाहिरी शक्ल में।
- मग़रूर आदमी अपनी बड़ाई करता है।
- मग़रूर का मतलब है कि और लोग इतने अहम या होनहार नहीं हैं।
- ख़ुदा की बे'इज़्ज़ती करनेवाले लोग जो उसके मुख़ालिफ़ है, मग़रूर हैं, क्यूँकि वह क़ुबूल नहीं करते कि वह ख़ुदावन्द बड़ी 'इज़्ज़त वाला है।
(यह भी देखें:: पहचानना, फ़ख्र करना, घमण्डी)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H1346, H1347, H6277