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ग़ाज़ा
सच्चाई:
कलाम के वक़्त में ग़ाज़ा एक कामयाब पलिश्ती शहर था, भूमध्य-समन्दर के किनारे पर, अश्दूद से तक़रीबन 38 किलोमीटर दक्खिन में। यह शहर पलिश्तियों के पांच ख़ास शहरोंमें से एक था।
- उस मक़ाम की वजह से ग़ाज़ा एक ख़ास बन्दरगाह था, जहाँ कई क़ोमों और मुल्कों के दरमियान कारोबार किया जाता था।
- आज भी ग़ाज़ा शहर ग़ाज़ा पट्टी का एक बहुत ही ख़ास बन्दरगाह है वह भूमध्य समन्दर के किनारे पर और उत्तर और पूरब में इस्राईल की सरहद और दक्खिन में मिस्र से घिरा हुआ है।
- पलिश्ती शिमशोन को ग़ुलाम बनाने के बा'द ग़ाज़ा ले गए थे।
- ख़ुशख़बरी देने वाला फ़िलिप्पुस ग़ाज़ा जाने वाले रेगिस्तानी रास्ते पर चल रहा था जब उसकी मुलाक़ात कूश के खोजे से हुई थी।
(तर्जुमा की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें)
(यह भी देखें: अश्दूद, फ़िलिप्पुस, पलिश्ती, कूश, गत)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H5804, H5841, G1048