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भाला, भाले, भाला करनेवाला सिपाही
ता'अर्रुफ़:
भाला एक ऐसा हथियार था जिसके धातु के फल के पीछे लम्बा डंडा लगा होता था और उसे फेंक कर दूर तक वार किया जाता था।
- कलाम के वक़्त में जंग के लिए भाले काम में आते थे। आज भी कभी-कभी लोगों के गिरोह के झगड़े में भाले काम में लिए जाते हैं।
- ‘ईसा सलीब पर लटका हुआ था तब एक रोमी फ़ौजी ने भाले से उसकी पसली को छेदा था ।
- कभी-कभी लोग मछली या दूसरे शिकार को मारने के लिए भाला काम में लेते हैं।
- ऐसे ही हथियार “बर्छी” और "नेज़ह” हैं।
- वाज़ेह करें कि भाले का तर्जुमा “तलवार” से अलग हो। तलवार छेदने या घांपने के काम में आती है न कि फेंक कर वार करने के। तलवार का फल लम्बा होता है और पकड़ने के लिए हत्था होता है। जबकि भाले के सिरे पर एक छोटा लगा होता है।
(यह भी देखें: शिकार, रोम. तलवार, जंगजू )
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H1265, H2595, H3591, H6767, H7013, H7420, G3057