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2.9 KiB

मशहूर, मशहूर हुआ

ता’अर्रुफ़:

“मशहूर” लफ़्ज़ का मतलब अच्छी तरह से पता होने के साथ जुड़ी बड़ाई को ज़ाहिर है और ता’रीफ़ की इज़्ज़त हासिल करना है। कुछ या कोई "मशहूर हुआ" है अगर वह मशहूर है

  • मशहूर हुआ इन्सान वह है जो मशहूर और बहुत मो’अज़्ज़िज़ इन्सान है|
  • “मशहूर” लफ़्ज़ ख़ास करके लम्बे ‘अरसे की इज़्ज़त का हवाला देता है|
  • एक शहर जिसे "मशहूर" कहा जाता है वह अक्सर उसकी दौलत और ख़ुशहाली के लिए जाना जाता है।

तर्जुमे की सलाह:

  • “मशहूर” का तर्जुमा “शोहरत” या “मो’अज़्ज़िज़ इज़्ज़त” या “इन्सानों में ‘आम बड़ाई” भी हो सकता है।
  • “मशहूर” लफ़्ज़ का तर्जुमा “मशहूर और मो’अज़्ज़िज़ ” या “बेहतरीन शोहरत” भी हो सकता है।
  • इज़हार “यहोवा का नाम इस्राईल में मशहूर हो” इस जुमले का तर्जुमा “यहोवा का नाम इस्राईल के ज़रिए’ जाना जाए और अहतराम के लायक़ ठहरे” हो सकता है।
  • मज़मून "मशहूर के लोग" का तर्जुमा "इन्सान जो आपनी हिम्मत के लिए जाने जाते है" या "मशहूर जंगी मर्द" या "बहुत ज़्यादा मो’अज़्ज़िज़ इन्सान" की शक्ल में किया जा सकता है।
  • इज़हार “तेरी मशहूरियत नसल दर नसल तक बनी रहेगी” का तर्जुमा “साल ब साल तक हर एक नसल तेरी अज़मत को जानेगी” या “तेरी बड़ाई हर एक नसल में देखी और सुनी जायेगी”।

(यह भी देखें: इज़्ज़त)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

  • Strong's: H1984, H7121, H8034