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मसला
ता’अर्रुफ़:
“मसला” का ज़बानी मतलब है ता’लीम देना। यह अमूमन रास्तबाज़ी की ता’लीमों के बारे में है।
- मसीही ता’लीम के बारे में “मसला” के मज़मून में, बाप, बेटा, और पाक रूह, उसके किरदार की सिफ़तों और सब कामों में शामिल हैं।
- इसका मतलब यह भी है कि ख़ुदा के ज़रिए’ ईमानदारों को पाक ज़िन्दगी जीने की ता’लीम देना कि ख़ुदा का जलाल हो।
- लफ़्ज़ " मसला" कभी-कभी झूठी या दुनियावी रास्तबाज़ी की ता’लीमों का ज़िक्र करने के लिए भी इस्ते’माल किया जाता है जो इन्सानों से हैं। मज़मून से इसका मतलब ज़ाहिर होता है।
- इस लफ़्ज़ का तर्जुमा "ता’लीम" हो सकता है।
(यह भी देखें: ता’लीम देना
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H3948, H4148, H8052, G1319, G1322, G2085