ur-deva_tw/bible/other/cry.md

2.1 KiB

पुकार, चिल्लाहट, पुकारकर, रोना, दोहाई, दोहाई, पुकारकर, चिल्लाहट, -नारे बुलन्द करना

ता’अर्रुफ़:

“पुकार” या “दोहाई” हमेशा किसी बात को ऊँची आवाज़ में कहना और ज़रूरत ज़ाहिर करना। कोई “दोहाई” तकलीफ़ या नाउम्मीदी या ग़ुस्से में भी पुकार सकता है।

  • “दोहाई” का मतलब चिल्लाना या आवाज देना, ज़्यादातर मदद के लिए।
  • इसका तर्जुमा “ऊँची आवाज़ में ऐलान करना” या “जल्दी में मदद मांगना” हो सकता है-मज़मून के मुताबिक़
  • “मैं तुझे पुकारता हूं” इस जुमले का तर्जुमा “मैं मदद के लिए तुझे पुकारता हूं” या “मैं मुश्किल हालात में मदद के लिए तुझे पुकारता हूं” हो सकता है

(यह भी देखें: बुलाहट, मिन्नत करना)

किताब -ए- मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

  • Strong's: H603, H1058, H2199, H2201, H6030, H6463, H6670, H6682, H6817, H6818, H6873, H6963, H7121, H7123, H7321, H7440, H7442, H7723, H7737, H7768, H7769, H7771, H7773, H7775, H8173, H8663, G310, G349, G863, G994, G995, G1916, G2019, G2799, G2805, G2896, G2905, G2906, G2929, G4377, G5455