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गुमराह, गुमराह हो जाते हैं, गुमराह हो गए, गुमराह कर देना, गुमराह कर दिया, फिरना, फेर दिया, गुमराह
ता'अर्रुफ़:
“फिर जाना” और “गुमराह” का मतलब है ख़ुदा की मर्ज़ी न मानना। लोग जो “ गुमराह हो गए” उन्होंने ग़ैर लोगों या हालातों से परेशान होकर ख़ुदा के हुक्मों को नहीं माना ।
“गुमराह” लफ़्ज़ बराबर रास्ता या हिफ़ाज़त की जगह को छोड़कर ग़लत और ख़तरनाक रास्ते में जाने का ख़्याल बयान करता है। चरवाहे की चारागाह से दूर जानेवाली भेड़ को “ गुमराह हुई” कहते हैं। ख़ुदा गुनाहगारों की बराबरी उन भेड़ों से करता है जो उसको छोड़ करके “ गुमराह हो गई” हैं।
तर्जुमा की सलाह;
- “गुमराह” का तर्जुमा, “ख़ुदा से दूर हो जाना” या “ख़ुदा की मर्ज़ी से अलग ग़लत रास्ते पर चलना” या “ख़ुदा के हुक्मों को न मानना छोड़ देना” या “ख़ुदा के रास्ते से दूर जाते रहना” हो सकता है।
- “किसी को गुमराह करना” का तर्जुमा, “किसी को ख़ुदा के हुक्मों को न मानने के लिए ज़ोर करना” या “किसी को ख़ुदा के हुक्मों को न मानने के लिए अममादा करना” या “किसी को ग़लत रास्ते पर अपने पीछे चलाना”हो सकता है।
(यह भी देखें: नाफ़रमानी , चरवाहे)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- 1 यूहन्ना 03:7-8
- 2 तीमुतुस 03:10-13
- ख़ुरूज 23:4-5
- हिज़कीएल 48:10-12
- मत्ती. 18:12-14
- मत्ती. 24:3-5
- ज़बूर 058:3-5
- ज़बूर 119:109-110
शब्दकोश:
- Strong's: H5080, H7683, H7686, H8582, G4105