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राहब
सच्चाई:
राहब यरीहू की रहने वाली ‘औरत थी जब इस्राईल ने यरीहू पर हमला किया था। वह एक तवायफ़ थी।
- हमला करने से पहले इस्राईल के दो जासूस यरीहू में गए थे, उन्हें बचाने के लिए राहब ने उन्हें छिपा लिया था। फिरसे छावनी पहुंचने में उसने उनकी मदद की थी।
- राहब यहोवा की ईमानदार हो गई थी।
- राहब और उसका ख़ानदान यरीहू तबाही के वक़्त छोड़ दिया गया था और वे हमेशा इस्राईलियों के साथ रहने आए।
(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें)
(यह भी देखें: इस्राईल, यरीहू, तवायफ़)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसालें:
- 15:01 उस शहर में राहब नाम की एक तवायफ़ रहती थी, उसने उन दोनों जासूसों को छिपा रखा और उन्हें भगाने में भी मदद की| उसने ऐसा इसलिए किया क्यूँकि वह ख़ुदा पर ईमान ले आई थी| उन्होंने क़सम खाई कि इस्राईली जब यरीहू को तबाह करेंगे तब राहब और उसके ख़ानदान की वे हिफ़ाज़त करेंगे।
- __15:05__तब इस्राईलियों ने ख़ुदा के हुक्म के मुताबिक़, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ तबाह कर दिया। उन्होंने सिर्फ़ राहब और उसके ख़ानदान को छोड़ा, क्योंकि वे इस्राईलियों का ही भाग बन गए थे।
शब्दकोश:
- Strong's: H7343, G4460