ur-deva_tw/bible/names/caleb.md

3.3 KiB

कालिब

सच्चाई:

कालिब उन बारह इस्राईली राज़दारों में से एक था जिन्हें मूसा ने कना’न की मालूमात लेने के लिए भेजा था |

  • उसने और यशू’अ ने इस्राईलियों को हिम्मत दिलाई कि वह ख़ुदा पर भरोसा रखें वह उन्हें कना’न पर फ़तह दिलाएगा |
  • यशू’अ और कालिब उस नस्ल के दो ही लोग थे जिन्हें वा’दे के मुल्क कना’न में दाख़िल होने की इजाज़त दी गयी थी |
  • कालिब ने मिन्नत किया था कि उसे और उसके घराने को हेब्रोन दिया जाए उसे यक़ीन था कि ख़ुदा उसे वहाँ के लोगों को हराने में उसकी मदद करेगा |

(तर्जुमे की सलाह: नामों का तर्जुमा कैसे करें

(यह भी देखें: हेब्रोन ,यशू’अ)

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल:

  • _14-4_जब इस्राईली कना’न की हद में पहुँचे तब मूसा ने बारह आदमियों को चुना इस्राईल के हर क़बीलेमें से उसने उन आदमियों को हुक्म दिया की जाओ और ज़मीन का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है |
  • _14:06_जल्द ही _कालिब_और यशू’अ और दो जासूस कहने लगे हाँ यह सही है कि कना’न के लोग ताक़तवर हैं लेकिन हम बिला शुबह उन्हें हरा देंगे ! ख़ुदा हमारे लिए जंग करेगा |’”
  • _14:8_उनमें से कालिब और यशू’अ को छोड़ कर जितने बीस साल के या उससे ज़्यादा ‘उम्र के जितने गिने गये थे वह मर जायेंगे और कभी वा’दा के मुल्क में दाख़िल नहीं होंगे |

ताकि वह मुल्क में सुकून से जी सकें |

शब्दकोश:

  • Strong's: H3612, H3614