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सबत
ता'अर्रुफ़:
"सबत" लफ़्ज़ का मतलब है हफ़्ते का सातवां दिन, जिसके लिए ख़ुदावन्द ने इस्राईल को हुक्म दिया था कि उस दिन, आराम करें, कोई काम न करें।
- ख़ुदावन्द ने छः दिन में 'आलम को बनाया, और सातवें दिन आराम किया। इसी तरह, ख़ुदावन्द ने इस्राईलियों को हुक्म दिया था कि सातवें दिन को पाक मानकर आराम का ख़ास दिन रखें और उसमें 'इबादत करें।
- " सबत के दिन को पाक रखने" का हुक्म दस हुक्मों में एक है जिन्हें ख़ुदावन्द ने पत्थर की तख्तियों पर लिखकर मूसा को इस्राईल के लिए दिए थे।
- यहूदी दिनों के शुमार के मुताबिक़, सबत का दिन जुमा' सूरज ग़ुरुब के बा'द से शुरू' होकर शनीचर सूरज गुरूब तक होता था।
- कलाम में कभी-कभी सिर्फ़ सबत की जगह पर "सबत का दिन" कहा गया है।
तर्जुमा की सलाह:
- इसको इस तरह से भी तर्जुमा किया जा सकता है जैसे कि "आराम का दिन" या "आराम के लिए दिन" या "काम नहीं करने का दिन" या " ख़ुदावन्द के आराम का दिन।"
- कुछ तर्जुमों में इस लफ़्ज़ को बड़े हरफ़ों में लिखकर ज़ाहिर किया जाता है कि यह एक ख़ास दिन है, जैसे कि "आराम का दिन" या "आराम का दिन।"
- याद रहे कि इस लफ़्ज़ का तर्जुमा मक़ामी ज़बान या क़ौमी ज़बान में कैसे किया गया है।
(यह भी देखें: नए लफ़्ज़ों का तर्जुमा कैसे करें)
(यह भी देखें: आराम )
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- 2 तवारीख़ 31:2-3
- रसूलों के 'आमाल 13:26-27
- ख़ुरूज 31:12-15
- यशायाह 56:6-7
- नौहा 02:5-6
- अह्बार 19:1-4
- लूका 13:12-14
- मरकुस 02:27-28
- मत्ती 12:1-2
- नहमियाह 10:32-33
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल :
- 13:05"तू सबत के दिन को पाक मानने के लिये याद रखना | छ: दिन तो तू मेहनत करके अपना सब काम-काज करना, लेकिन सातवा दिन तेरे ख़ुदावन्द यहोवा के लिये आराम का दिन है |"
- 26:02'ईसा नासरत शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | सबत के दिन वह ‘'इबादत करने की जगह पर गया |
- 41:03'ईसा को दफ़नाने के दिन के बा’द सबत का दिन था, और यहूदियों को उस दिन क़ब्र पर जाने की इजाज़त नहीं थी|
शब्दकोश:
- Strong's: H4868, H7676, H7677, G4315, G4521