2.5 KiB
2.5 KiB
रब्बी
ता’अर्रुफ़:
“रब्बी” लफ़्ज़ का सही मतलब है “मेरा मालिक” या “मेरा उस्ताद”
- यह एक इज़्ज़त वाला ‘उहदा है जो यहूदी मज़हबी उस्ताद के लिए काम में लिया जाता था, ख़ास करके ख़ुदा की शरी’अत का उस्ताद|
- युहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को और ‘ईसा को भी कभी-कभी शागिर्द “रब्बी” कहते थे।
तर्जुमे की सलाह:
- इस लफ़्ज़ के तर्जुमा के तरीक़े हो सकते हैं, “मेरा मालिक” या “मेरे उस्ताद” या “मो’अज़्ज़िज़ उस्ताद” या “मज़हबी उस्ताद” कुछ ज़बानों में ऐसे अहतराम को बड़े हर्फ़ में लिखा जाता है तो कुछ में नहीं लिखा जाता है।
- मक़सदी ज़बान में उस्तादों को मुख़ातिब करने का एक ख़ास तरीक़ा हो सकता हैं।
- यक़ीनी बनाएँ कि इस लफ़्ज़ के ऐसे तर्जुमें से ‘ईसा किसी मदरसे का उस्ताद न समझ में आए।
- उसी ज़बान के या क़ौमी ज़बान की किताब-ए-मुक़द्दस तर्जुमा में “रब्बी” के तर्जुमा पर भी ध्यान दें।
देखें: नामा’लूम अलफ़ाज़ का तर्जुमा कैसे करें)
(यह भी देखें: उस्ताद)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: G4461