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ख़ुदा, ख़ुदाई, बुरा, ख़ुदा की राह , ना क़ाबिल-ए-एतमाद , ख़ुदा परस्ती
ता'अर्रुफ़: ##
“रास्तबाज़ी” लफ़्ज़ उस शख़्स को बयान करता है जो इस तरह के काम करता है जिनसे ख़ुदा का जलाल ज़ाहिर होता है और ज़ाहिर होता है कि ख़ुदा कैसा है। "’इबादत" ख़ुदा की मर्ज़ी पूरी करके ख़ुदा की 'इज़्ज़त करने का किरदार है।
- ‘इबादत का किरदार रखनेवाला शख़्स पाक रूह के फल ज़ाहिर करता है जैसे, मुहब्बत, ख़ुशी, अमन, सब्र, हलीमी, ख़ुद पर क़ाबू वगैरह ।
- इबादत की ख़ासियतों से पता चलता है कि एक शख़्स में पाक रूह है और उसे अमल करना है।
"बुरा " और "बे बुनियाद " लफ़्ज़ उन लोगों का बयान करते हैं जो ख़ुदा के मुख़ालिफ़ हैं । बुरे रास्ते में रहते हैं ,बिना ख़ुदा के , ग़ैर जानदार , या बे बुनियाद , कहा जाता है |
इन लफ़्ज़ों का मतलब बहुत 'आम है। हालांकि, "ख़ुदा परस्ती" और "बे बुनियाद" एक बहुत गहराई से बयान कर सकते है जिसमें लोग या क़ौम ख़ुदा को क़ुबूल करने या उनके हुकूमत करने का इख्तियार भी क़ुबूल नहीं करते हैं
- ख़ुदा लेकिन फ़ैसला और ग़ुस्से का बयान करता है, जो हर वह शख्स को और उसके तरीकों को क़ुबूल नहीं करता है।
तर्जुमा की सलाह :
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“ख़ुदा परस्त” का तर्जुमा “ख़ुदा के फ़रमाबरदार लोग” या “ख़ुदा के हुक्म मानने वाले लोग” (देखें: ना मुकम्मल
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सिफ़त "ख़ुदा परस्त" का तर्जुमा "ख़ुदा के बारे में फ़रमाबरदारी " या "ईमानदार" या , ख़ुदा को ख़ुश " की शक्ल में किया जा सकता है।
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" ख़ुदा परस्त के तरीक़े से" जुमलों का तर्जुमा "ऐसे तरीक़े से किया जा सकता है जो ख़ुदा पर अमल करता है" या "अमल और लफ़्ज़ों के साथ जो ख़ुदा को ख़ुश करते हैं।"
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"इबादत" का तर्जुमा करने के तरीक़े में "ख़ुदा को ख़ुश करने वाले तरीक़े से काम करना" या "ख़ुदा पर 'अमल करना" या "एक ईमानदार तरीक़े से जी रहे" हो सकते हैं।
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जुमलों के तौर पर, "ना रास्त" लफ़्ज़ का तर्जुमा "ख़ुदा से नाराज" या "ग़ैर इख़लाक़ी" या "ख़ुदा की नाफ़रमानी "की शक्ल में किया जा सकता है।
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"बे दीन" और "बे बुनियाद" लफ़्ज़ का लफ़्ज़ी मतलब यह है कि लोग "ख़ुदा के बग़ैर" हैं या "ख़ुदा के बारे में कोई ख़्याल नहीं है" या "ऐसे तरीक़े से काम करना जो ख़ुदा को क़ुबूल नहीं करता है।"
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"बे 'इज़्ज़ती" या "बे बुनियादी" का तर्जुमा करने के दूसरे तरीक़े "बदकारी" या "बुराई" या "ख़ुदा से बग़ावत" हो सकते हैं।
(यह भी देखें: ‘इज़्ज़त , हुक्म पर ‘अमल करना , रास्तबाज़ , सादिक़, रास्तबाज़ )
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- अय्यूब 27:8-10
- अम्साल 11:9-11
- रसूलों के 'आमाल 03:11-12
- 1 तीमुथियुस 01:9-11
- 1 तीमुथियुस 04:6-8
- 2 तीमुथियुस03:10-13
- इब्रानियों 12:14-17
- 'इब्रानियों 11:7
- 1 पतरस04:17-19
- यहूदा 01:14-16
शब्दकोश:
- Strong's: H430, H1100, H2623, H5760, H7563, G516, G763, G764, G765, G2124, G2150, G2152, G2153, G2316, G2317