1.8 KiB
1.8 KiB
इख़्तियार
ता’अर्रुफ़:
“इख़्तियार” लफ़्ज़ का मतलब लोगों, जानवरों या ज़मीन पर हुकूमत, क़ाबू, या इख़्तियार है|
- ‘ईसा मसीह ने कहा है कि तमाम ज़मीन पर नबी, काहिन, और बादशाह के तौर पर हुकमरान हो|
- मसीह ‘ईसा की सलीबी मौत के ज़रिए’ शैतान की बादशाही हमेशा के लिए हार गई है।
- तख़लीक के वक़्त ख़ुदा ने कहा था कि इन्सान को मछली, परिन्दों और ज़मीन के सब जानदारों पर इख़्तियार है।
तर्जुमे की सलाह:
- मज़मून पर मुनहस्सिर इस लफ़्ज़ का तर्जुमा होगा, “इख़्तियार”, “क़ुव्वत” या “क़ाबू”।
- “पर इख़्तियार रखना” का तर्जुमा हो सकता है, “पर हुकूमत” या “इंतज़ाम करना”।
(यह भी देखें: इख़्तियार, क़ुव्वत)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H1166, H4474, H4475, H4896, H4910, H4915, H7287, H7300, H7980, H7985, G2634, G2904, G2961, G2963