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हुक्म,हुक्मों ,हुक्म दिया,हुक्म,ख़ुदा का हुक्म
ता’अर्रुफ़:
“हुक्म देना”या’नी किसी को कुछ करने का हुक्म देना | “हुक्म” इन्सान को दिया गया हुक्म है|
अगरचे इन लफ़्ज़ों के बुनियादी तौर पर एक ही मा’नी हैं ,”हुक्म” अक्सर ख़ुदा के कुछ ज़रूरी हुक्मों को बताता है जो ज़्यादा सख़्त और मुस्तहकम हैं,जैसे “दस हुक्म’|
- हुक्म अस्बाती हो सकता है (अपने माँ -बाप की इज्ज़त करना) “या न मंज़ूरी करना (“चोरी मत कर”)
- “हुक्म हाथ में लेना” या’नी“इख़्तियार संभालना” या किसी काम या इन्सान की ज़िम्मेदारी संभालना”।
तर्जुमे की सलाह:
- “इन्तिज़ाम ” लफ़्ज़ का तर्जुमा अलग मा’नी में किया जाना सबसे अच्छा है। “हुक्म” और “फ़रमान” की ता’रीफ़ से भी इसकी बराबरी करें।
- कुछ मुतर्जिम अपनी ज़बान में एक ही लफ़्ज़ के ज़रिए’ हुक्म और ख़ुदा के हुक्म का तर्जुमा करना पसंद कर सकते हैं।
- और मुतर्जिम ख़ुदा के हुक्म के लिए एक ख़ास लफ़्ज़ का इस्ते’माल करना पसंद कर सकते हैं, जो कि मुक़ामी, सख़्त हुक्मो को जो ख़ुदा ने बनाए हैं।
(देखें: हुक्म, फ़रमान, इन्तिज़ाम, दस हुक्मो)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H559, H560, H565, H1696, H1697, H1881, H2706, H2708, H2710, H2941, H2942, H2951, H3027, H3982, H3983, H4406, H4662, H4687, H4929, H4931, H4941, H5057, H5713, H5749, H6213, H6310, H6346, H6490, H6673, H6680, H7101, H7218, H7227, H7262, H7761, H7970, H8269, G1263, G1291, G1296, G1297, G1299, G1690, G1778, G1781, G1785, G2003, G2004, G2008, G2036, G2753, G3056, G3726, G3852, G3853, G4367, G4483, G4487, G5506