5.7 KiB
5.7 KiB
ख़ून
ता'अर्रुफ़:
“ख़ून” लफ्ज़ का मतलब है, आदमी के जिस्म में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाली लाल रंग का पानी जैसा होता है। ख़ून इंसानों के जिस्म में ज़िन्दगी देने वाली गिज़ा लाता है।
- ख़ून ज़िन्दगी की 'अलामत होती है और जब वह बहाया जाता है तो इसका मतलब है जान जाना या मौत।
- जब आदमी ख़ुदा के लिए क़ुर्बानी पेश करते थे तब वह जानवर का ज़बह करके उसका खून क़ुर्बानगाह पर उण्डेलते थे। यह जानवर की ज़िन्दगी की क़ुर्बानी की तरफ़ से इंसानों के गुनाह की क़ीमत चुकाने का निशान था।
- सलीब पर 'ईसा की मौत कि तरफ़ से उसका ख़ून आदमी के गुनाह से आज़ादी को दिखता है और इंसानों के गुनाह की सज़ा की समझ करता है।
- “गोश्त और ख़ून” एक जुमले हैं जो आदमी को ख़बरदार करता है।
- “अपना ख़ून और गोश्त” इंसानों के ख़ून का रिश्ता दिखाता है।
तर्जुमें की सलाह:
- इस लफ्ज़ का तर्जुमा मक़सदी ज़बान में उसी लफ्ज़ /जुमले की तरफ़ से किया जाए जो ख़ून के लिए काम में लिया जाता है।
- “गोश्त और ख़ून” का तर्जुमा किया जा सकता है, “आदमी” या “इंसानी क़ौम”।
- जुमले के मुताबिक़“मेरा गोश्त और मेरा ख़ून” का तर्जुमा हो सकता है, “मेरा अपना ख़ानदान” या “मेरे अपने लोग” या “मेरे अपने लोग”।
- अगर मक़सदी ज़बान में ऐसे जुमले के लफ्ज़ हें तो “गोश्त और खून” के तर्जुमें में उनका इस्ते'माल किया जाए।
(यह भी देखें: जिस्म )
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :
- 1 यूहन्ना 01:5-7
- 1 शमूएल 14:31-32
- रसूलों का 'आमाल 02:20-21
- रसूलों के 'आमाल 05:26-28
- कुलुस्सियों 01:18-20
- गलातियों 01:15-17
- पैदाईश 04:10-12
- ज़बूर 016:4
- ज़बूर 105:28-30
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों कि मिसाल:
- __08:03__जब उसके भाई घर वापस आए तो उन्होंने यूसुफ़ के कपड़े लिये, और एक बकरे को मार के उसके __खून __ में उसे डुबा दिया।
- 10:03 ख़ुदा ने नील नदी को __ख़ून__से भर दिया लेकिन फ़िर'औन का फिर भी जिद पर अड़ा रहा|
- 11:05 इस्राईल के घरों के दरवाज़ों के चारों तरफ ख़ून था, इसलिए ख़ुदा उन घरों से चला गया और हर कोई उनमें हिफ़ाज़त से था | वह मेमने के ख़ून की वजह से बाख गए|
- __13:09__जानवर के ख़ून जो क़ुर्बानी के तौर पर चढ़ाया गया था वह इन्सान के गुनाहों को धोकर इन्सान को ख़ुदा की नज़र पाक कर देता है|
- 38:05 तब 'ईसा ने एक कटोरा लिया और कहा इसे पी लो| नए 'अहद के लिए यह मेरा __ख़ून __है जो गुनाहों की मु'आफ़ी के लिए उंडेला है|
- 48:10 जब कोई 'ईस पर यक़ीन करता है, 'ईसा का __खून __ उस शख्स के सब गुनाहों की क़ीमत चुका देता है, और ख़ुदा की सज़ा उस शख्स के ऊपर से हट जाती है।
शब्दकोश:
- Strong's: H1818, H5332, G129, G130, G131, G1420