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# येशूने कोठे दुख सोसले?
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येशूने स्वरक्ताने वेशीच्या बाहेर मरण सोसले [१३:१२]
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# विश्वासणाऱ्यांनी कोठे व का जावे?
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विश्वासणाऱ्यांनी त्याचा अपमान सोशीत तळाबाहेर गेले पाहिजे[१३:१३].
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# पृथ्वीवर विश्वासणाऱ्यांचे कोणते स्थायिक नगर आहे?
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पृथ्वीवर विश्वासणाऱ्याचे कोणतेही स्थायिक नगर नाही [१३:१४].
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# त्या ऐवजी विश्वासणारे कोणत्या शहराची वाट पाहतात?
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विश्वासणारे जे नगर पुढे येणार आहे त्याची वाट पाहतात [१३:१४].
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