ur-deva_ta/translate/translate-versebridge/01.md

8.9 KiB

तफ्सील

ग़ैरमामूली मुआमलात में, आपको ग़ैरमामूली लफ़्ज़ लफ़्ज़ी मतन (युएलटी) या ग़ैरमामूली लफ़्ज आसान मतन (युएसटी) में नज़र आएगा जो दो या इस से ज़्यादा आयत नंबर मुशतर्का हैं, जैसे 17-18. ये एक आयत पुल कहा जाता है. इस का मतलब ये है कि आयात में मालूमात दुबारा तबदील की गई थी ताकि कहानी या पैग़ाम आसानी से समझ सके

ये हरियों के क़बीला थे: लोत, शबोल, ज़ोन और अन्ना, दावन, उज़्र, दशन. ये हरीवन की आबादीयों के मुताबिक़ ये हरियों के क़बीले हैं. (पैदाइश 36: 29-30 युएलटी )

हारून के औलाद थे जिन लोगों ने सययर ज़मीन में रहते थे. लोग ग्रुपों के नाम लोत, शोबोल, ज़बन, अन, डशन, उज़्र, और दानिश हैं. (पैदाइश 26: 29-30 युएसटी)

युएलटी मतन में, आयात 29 और 30 अलैहदा हैं, और Seir में रहने वाले लोगों के बारे में मालूमात आयत 30 के इख़तताम पर है. युएसटी  मतन में, आयात में शमूलीयत इख़तियार की जाती है, और इस के बारे में मालूमात सायर में रहती है शुरू बहुत से ज़बानों के लिए, ये मालूमात का ज़्यादा मंतक़ी हुक्म है.

बाइबल की मिसाल

कभी कभी युएलटी अलैहदा आयात हैं जबकि युएसटी आयत आयत है

लेकिन अगर तुम में से कोई ग़रीब ना हो तो (यहोवाह ख़ुदा तुमको इस मुल्क में जो बरकतदेने के ले-ए-तुम्हें मीरास करेगा) बरकत देगा. अगर तुम सिर्फ ख़ुदावंद के ख़ुदा की आवाज़ सुनते हो तो उन तमाम अहकामात को पूरा करना. मैं आज तुम्हें हुक्म देता हूँ (देउतेरोनोमय 15: 4-5 युएलटी)

ख़ुदावंद हमारा ख़ुदा इस मुल्क में आपको बरकत देगा जिसे वो आपको दे रहा है. अगर तुम हमारे ख़ुदा की इताअत करते हो और जो आज मैं तुमको दे रहा हूँ उस के हुक्मों का इताअतकरो, तुम्हारे दरमयान कोई ग़रीब आदमी ना हो

युएलटी में कुछ आयत पल भी मौजूद हैं.

अज़रा के बेटे झीर, मरड, उपर और जलन थे. मरड की मिस्री बीवी मीर अम्मी, शमामी और ऐसा बन गए, जो समीमा का बाप बन गया. ये बीतयाह के बेटों थे, फ़िरऔन की बेटी जिसने मेरी शादी की थी. मरड की यहूदी बीवी जेरी बन गई, जो गवादर का बाप बन गया. हेब्बर, जो समा के बाप बन गया. ज़ोहयाह का बाप बन गया. (1 तारीख 4: 17-18 युएलटी )

युएलटी ने आयत 18 से आयत 17 से ज़्यादा वाज़िह तौर पर ज़ाहिर की है जिसमें बीतयाह के बेटों थे. ये असल हुक्म है, जो बहुत से क़ारईन को उलझन में है:

17 उज़ैर के बेटों: जेनर, मरड, उपर और जलन. वो हामिला हुई और मीर अम्मी, शमीमी और एशीमा के ईसबा बाप बन गए. 18 और इस की यहोदाह की बीवी जदोर का बाप बन गया, सवो के बाप हब्र और ज़नोह का बाप जीव तीली. ये बनी बीतयाह बेटी के बेटों थे, जिनकी शादी मीरीर थी

तर्जुमा की हिक्मत-ए-अमली

इस आर्डर को इस तरह से आर्डर करें जो आपके क़ारईन को वाज़िह हो जाएगी.

  1. अगर आप पहले आयात की मालूमात से पहले एक आयत से मालूमात डालते हैं तो, दो आयत नंबरों के दरमयान एक हर्फ़ रखू.
  2. अगर युएलटी एक आयत पल है, लेकिन आपको एक दूसरे बाइबल का हवाला देते हैं जो आपके पास नहीं है तो आप इस आर्डर का इंतिख़ाब कर सकते हैं जो अपनी ज़बान के लिए बेहतरीन काम करता है

मुलाहिज़ा करें कि आयात [निशान स्टूडियो ए पी पी] को निशान ज़िद करें (http://help.door43.org/en/knowledgebase/13-translationstudio-android/docs/24-marking-verses-in-translationstudio).

लागू तर्जुमा असटरीटजीज़ की मिसाले

  1. अगर एक आयत से मुताल्लिक़ मालूमात पहले आयात से पहले पेश की जाती है, तो इस आयत में इन आयतों के दरमयान पहले हदीस के साथ पहली आयत से पहले दर्ज कीजीए
  • ** आपको आपके मलिक के दरमयान तीन शहरों को मुंतख़ब करना लाज़िमी है कि ख़ुदावंद तुम्हारा ख़ुदा आपको दे दे. आपको एक सड़क बनाना और अपनी ज़मीन की सरहदों को तीन हिस्सों में तक़सीम करें, जिस मुल्क जिसे ख़ुदावंद तुम्हारा ख़ुदा आपके वारिस होने का सबब बनता है, ताकि किसी दूसरे शख़्स को मारने वाले अफ़राद वहां भागें. ** (देउतेरोनोमय 19: 2-3
  • आपको तीन हिस्सों में तक़सीम करना होगा जिसे वो आपको दे रहा है. फिर हर हिस्से में एक शहर का इंतिख़ाब करें. आपको अच्छी सड़कें बनाना ज़रूरी है ताकि लोग इन शहरों को आसानी से हासिल कर सकें. कोई शख़्स जो किसी शख़्स को क़तल करता है वो इन शहरों में से एक से महफ़ूज़ हो सकता है जो महफ़ूज़ हो सकता है. (देउतेरोनोमय 19: 2-3 युएसटी )
  1. अगर युएलटी एक आयत पल है, लेकिन आपको एक दूसरे बाइबल का हवाला देते हैं जो आपके पास नहीं है तो आप इस आर्डर का इंतिख़ाब कर सकते हैं जो अपनी ज़बान के लिए बेहतरीन काम करता है