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ये क्यों अहम है?

जब तर्जुमा करने का ज़रीया मतन मुंतख़ब करते हैं तो, दो वजूहात के लेए कॉपीराइट / लाईसैंस याफताह मसला पर ग़ौर करना ज़रूरी है. सबसे पहले, अगर आप किसी कॉपीराइट शूदा काम से क़बल पहले इजाज़त के ज़रीया तर्जुमा करते हैं तो, आप क़ानून को मात रहे हैं क्योंकि मवाद के मालिक के लिए तर्जुमा सही है | कुछ जगहों पर, कॉपीराइट की ख़िलाफ़वरज़ी एक मुजरिमानी जुर्म है और इस कॉपीराइट होल्डर की रजामंदी के बग़ैर हुकूमत की तरफ़ से महाकिम किया जा सकता है! दूसरा, जब एक कॉपीराइट शूदा काम से तर्जुमा ख़त्म होजाता है, तो तर्जुमा ज़रीया टेक्स्ट के कॉपीराइट होल्डर का दानशोराना मिल्कियत है. वो तर्जुमा के तमाम हुक़ूक़ को बरक़रार रखते हैं जैसे ही वो ज़रीया मतन के साथ करते हैं. इन और दीगर वजूहात के लिए, ग़ैर वाज़िह लफ़्ज सिर्फ़ तर्जुमाओं को तक़सीम करेगा जो कि कॉपीराइट क़ानून के ख़िलाफ़ नहीं है |

हम क्या लाईसैंस इस्तिमाल करते हैं?

वर्ड को ग़ैर वाज़िह करने के ज़रीया शाय शूदा तमाम मवाद के तहत जारी किया गया है. तख़लीक़ी अलाम इंतिसाब-शराकत के साथ साथ 4.0 लाईसैंस (सीसी - बीवाई - एसए) (http://creativecommons.org/licenses/by-sa/4.0/ देखें). हमारा यक़ीन है कि ये लाईसैंस कलीसिया की सबसे बड़ी मदद है क्योंकि उस का तर्जुमा काफ़ी और जायज़ है कि इस से तर्जुमा और दीगर डीवटीपरीटटस की इजाज़त दी जा सकती है, लेकिन इस तरह की इजाज़त नहीं है कि इन डसीवटीवटस महिदूद हद तक लाईसैंस के तहत बंद हो सकें. इस मसले पर मुकम्मल बेहस के लिए, ईसाई कमांडर पढ़ीं (http://thechristiancommons.com/ देखें)

क्या ज़राए का इस्तिमाल किया जा सकता है?

माख़ज़ नसोस इस्तिमाल किया जा सकता है अगर वो अवामी डोमेन में हैं या मुंदरजा ज़ैल लाईसैंस में से एक के तहत दस्तयाब हैं, जो तख़लीक़ी अलाम इंतिसाब - इश्तिराक इलैक्शन लाईसैंस के तहत जारी करदा तर्जुमा का काम की इजाज़त देता है |

सवाल में तमाम दीगर कामों के लिए, बराए मेहरबानी से राबिता करें. help@door43.org.

नोट:

  • तमाम ज़रीया मतनें जो तर्जुमा स्टूडियो में ज़रीया नसोस के तौर पर ज़ाहिर होते हैं उनका जायज़ा लिया गया है और किसी भी ज़रीया मतन के तौर पर इस्तिमाल के लिए क़ानूनी हैं.
  • किसी भी लफ़्ज से पहले लफ़्ज को खोलने से शाय किया जाता है, इस के ज़रीया दर्ज जे़ल लाईसैंस में से एक के तहत ज़रीया मतन का जायज़ा लिया जाएगा और दस्तयाब है. आप तर्जुमा करने में नाकाम होने से बचने के लिए तर्जुमा शुरू करने से क़बल अपना ज़रीया मतन चैक करें