ur-deva_ta/translate/translate-levels/01.md

3.2 KiB

मतलब की सतह

एक अच्छी तर्जुमा की ज़रूरत होती है कि ज़रीया ज़बान के तौर पर हदफ़ ज़बान में इसी मअनी हो.

बाइबल समेत किसी भी मतन में बहुत से मुख़्तलिफ़ मअनी हैं. इन सतहों में शामिल हैं :

  •  अलफ़ाज़ का मतलब
  • जुमले का मतलब
  • जुमले का मतलब
  • पैराग्राफ़ का मतलब
  • फसलों का मतलब
  • किताबों का मतलब

अलफ़ाज़ का मतलब है

हम सोचते हैं कि एक मतन का मअनी अलफ़ाज़ में है. लेकिन ये मअनी ये है कि हर लफ़्ज में है इस मफ़हूम की तरफ़ से कंट्रोल किया जाता है. ये है कि, इन्फ़िरादी अलफ़ाज़ का मअनी उस के ऊपर की सतहों पर मुश्तमिल है, बिशमोल जुमले, जुमले और पैराग्राफ़. मिसाल के तौर पर, लफ़्ज "दे" जैसे एक लफ़्ज के लिहाज़ से मुंदरजा ज़ैल ममनू मअनी हो सकते हैं, इन्हिसार (आला दर्जे) पर मुनहसिर है :

  • एक तोहफ़ा फ़राहम करने के लिए
  • गिरने या तोड़ने के लिए
  • हतेयार डालना
  • छोड़ देना
  • तस्लीम करने के लिए
  •  फ़राहम करने के लिए
  •  वग़ैरा

बड़े मअनी की तामीर

मुतर्जिम को इस बात का अंदाज़ा होना चाहिए कि हर लफ़्ज में हर तनाज़ुर में क्या मतलब है, और फिर उस का तर्जुमा में इसी मअनी को दुबारा पेश करना. इस का मतलब ये है कि लफ़्ज इन्फ़िरादी तौर पर तर्जुमा नहीं किया जा सकता, लेकिन सिर्फ उस्मानी के साथ है कि जब वो दूसरे जुमले के साथ मिलकर मिलकर मिलकर, जुमले, पैराग्राफ़ और बाबा में शरीक होते हैं, जिसमें वो हिस्सा बनाते हैं. लिहाज़ा मुतर्जिम पूरे पैराग्राफ़, बाब, या किताब पढ़ना ज़रूरी है कि वो तर्जुमा करने से क़बल उस का तर्जुमा कर रहा है |