ur-deva_ta/translate/resources-porp/01.md

4.1 KiB

बयान

बाज़ औक़ात बाईबल के उलेमा यक़ीनी तौर पर नहीं जानते, या इस पर इत्तफ़ाक़ नहीं करते के, बाईबल में किसी ख़ास इबारत या जुमले का क्या मतलब है। इसकी कुछ वजाहात में शामिल हैं:

  1. बाईबल के क़दीम मतन में मामूली इख्तलाफ़ात हैं।
  2. एक लफ्ज़ का एक से ज़ियादा मानी या इस्तेमाल हो सकता है।
  3. एक ख़ास इबारत में यह वाज़े न भी हो सकता है के कोई लफ्ज़ (जैसे ज़मीर) से क्या मुराद है।

तर्जुमा नोट्स की मिशालें

जब बहुत सारे उलेमा ये कहते हैं के किसी लफ्ज़ या फ़िकरे का मतलब एक चीज़ है, और बहुत से दूसरे कहते हैं के इसका मतलब दूसरी चीज़ों से है, हम सब से आम मानी दिखाते हैं जो वो देते हैं। इन हालात में हमारे नोट्स “मुमकिना मायने हैं” से शुरू होते हैं और फिर एक नम्बर वाली फेहरिश्त देते हैं। हमारा मशवरा है के आप दिया गया पहला मानी इस्तेमाल करें। ताहम, अगर आपके मुआशरे के लोगों को किसी और बाईबल तक रसाई हासिल है जो एक दूसरे मुमकिना मानी का इस्तेमाल करता है तो, आप फ़ैसला कर सकते हैं के उस मानी को इस्तेमाल करना बेहतर है।

लेकिन शमाऊन पतरस, ये देखकर, यिसू के पाँवों में गिरा, और कहा, “ऐ ख़ुदावन्द, मेरे पास से चला जा, क्योंके मैं गुनाहगार आदमी हूँ”। (लूका 5:8 ULT)

  • यिसू के पाँवों में गिरा - मुमकिन मायने हैं 1) “यिसू के सामने घुटने टेका” या 2) यिसू के क़दमों में सर झुकाया” या 3) “यिसू के क़दमों में ज़मीन पर लेट गया”। पतरस हादसाती तौर पर नहीं गिरा। उसने यिसू के लिए आजिज़ी और एहतराम के अलामत के तौर पर यह किया।

तर्जुमा की हिकमत ए अमली

  1. इसका तर्जुमा इस तरह करें के पढ़ने वाला कोई एक मानी को इमकान के तौर पर समझे।
  2. अगर आपकी ज़बान में ये करना मुमकिन न हो, तो फिर कोई मानी मुन्तखिब करें और उस मानी के साथ इसका तर्जुमा करें।
  3. अगर मानी मुन्तखिब नहीं करना इसे कारअीन के लिए आमतौर पर क़तआ को समझना मुश्किल बना देगा, तो फिर कोई मानी मुन्तखिब करें और उस मानी के साथ इसका तर्जुमा करें।