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तफसील

कुछ जबानो में “ हम “ को एक से ज्यादा तरीके से बयां किया जाता है , एक सामाईत तरीका होता है जिसका मतलब “ मैं और तुम “ होता है और **एक ख़ुसूसी **तरीका होता है ,जिसका मतलब , “ में और कोई और होता है “ पर <यु> तुम <यु> नहीं I ख़ुसूसी तरीके में , जिसे बात कही जाती है , उसे शामिल नहीं किया जाता है I जबकि सामाईत तरीके में जिसे कहा गया हो उसे , और ज्यादातर दूसरों को भी शामिल किया जाता है I यह बात “ हम “ , “हमारा “, “हमारे” और “ हमको “ के लिए भी सही है I कुछ जबानो में इन सब के लिए ख़ुसूसी और सामाईत रूप होते है I तर्जुमान , जिसकी जबान में , इन लफ़्ज़ों के ख़ुसूसी और सामाईत रूप अलग अलग होते है , उन्हें ये समझना चहिये की बोलने वाला क्या कह रहा है , जिसेसे वो ये फैसला ले पाएं की कोण सा रूप इस्तेमाल करना है I

तस्वीर देखें I दायीं तरफ के लोग वो है जिस से बोलने वाला बात कर रहा है I पीले रंग से नुमाया , बताते है की कौन सामाईत और कौन ख़ुसूसी है I

इसके तर्जुमा का मसला होने की वजह

बाइबल सबसे पहले इब्रानी, अब्र उम्मा और यूनानी ज़बानों में लिखा गया था I अंग्रेज़ी की तरह, उन ज़बानों में "हम के लिए अलैहदा और इन्फ़िरादी शक्ल नहीं हैं I तर्जुमान जिनकी जबान में "हम की अलैहदा ख़ुसूसी और इन्फ़िरादी शक्ल है I उन्हें समझने की जरूरत है की बोलने वाला क्या कहना चाहता है , उसके हिसाब से वो फैसला करें की कोण सा रूप सही होगा I

बाइबल की मिसाल

उन्होंने कहा , <यु> हमारे पास <यु> पांच रोटी और दो मछलियों के अलावा कुछ भी नहीं है I जबतक <यु> हम <यु> बहार जाके इस भीड़ के लिए कुछ खाना ना लायें I

पहली शक़ में, शागिर्दों ने यसवा को ये कह रहे हैं कि , उनके पास कितना खाना है I

<यु> हमने देखा है , और इस बात के गवाह है , और जो अब्दरी जिंदगी, जो हमारी हमारे आबा ओ आज़ाद के साथ थी , और जिसकी वजाहत हमे फरमाई गयी है,उसे तुम्हारे नाम करने का एलान करते है की <यु> हमें <यु>, उसे अपने ( 1 जॉन 1:२ यू एल टी )

यहाँ जॉन उन लोगो को बता रहा है , जिसने जीसस को नहीं देखा है , की उसने और दुसरे रसूलों ने क्या देखा I

.. चरवाहों ने आपस में कहा , चलो <यु>हमें <यु> बेथलेहम चलना चाहिए , और उन चीज़ों को देखना चाहिए जो हुआ है , और खुदा ने जिसे <यु>हमें <यु> दिखाया है ( लुक 2: 15 यू एल टी )

चरवाहों ने अपस में कहा Iजब वो <यु> हम कह रहे है तो, उन लोगों को भी शामिल कर रहे है जिनसे वो बात कर रहे है –आपस में I

उन दिनों में एक दिन ऐसा हुआ की जीसस और उसके रसूल नाव पे चढ़े , और उसने उनसे कहा , “ चलो <यु> हम <यु> झील के दुसरे किनारे चलते है I ( लुक 8:22 यू एल टी )

जब जीसस ने “ हम “ कहा तो वो अपने आप की और अपने रसूलों की बात कर रहे थे , इसलिए ये एक सामाईत रूप है I