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ख़्वाब, ख़्वाबो, ख़्वाबों में
सच्चाई:
“ख़्वाब” का मतलब है, इंसान के ज़रिए’ कुछ देखना। इसका बयान ख़ास तौर से नामुमकिन या क़ुदरती काम से है जो ख़ुदा अपने पैग़ाम के लिए इन्सानों को दिखाता है।
- ख़्वाबइन्सान की जागने की हालत में देखे जाते हैं। मगर नींद में भी इन्सान को ख़्वाबदिखाई देते हैं।
- ख़ुदा इन्सान को ख़्वाबदिखाता है कि उन पर कोई ख़ास बात ज़ाहिर करे। मसलन , पतरस को ख़्वाबदिखाया गया जिसका मक़सद था कि उसे ग़ैर क़ौमों को ख़ुशख़बरी सुनाने के लिए क़ुबूल करना सिखाए।
तर्जुमे की सलाह:
- जुमला "एक ख़्वाबदेखा" का तर्जुमा किया जा सकता है "ख़ुदा से नामुमकिन कुछ देखा" या "ख़ुदा ने उसे कुछ खास दिखाया।"
- कुछ ज़बानों में "निगाह " और "ख़्वाब" के लिए अलग-अलग लफ़्ज़ नहीं होंगे। तो "दानीएल के मन में ख़्वाबऔर रोया थे" जुमले का तर्जुमा "दानीएल सोते हुए ख़्वाबदेख रहा था और ख़ुदा ने उसे अनोखी चीज़ों को दिखाया। "
(यह भी देखें: ख्व़ाब)
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- रसूलों के 'आमाल 09:10-12
- रसूलों के 'आमाल 10:3-6
- रसूलों के 'आमाल 10:9-12
- रसूलों के 'आमाल 12:9-10
- लूका 01:21-23
- लूका 24:22-24
- मत्ती 17:9-10
शब्दकोश:
- Strong's: H2376, H2377, H2378, H2380, H2384, H4236, H4758, H4759, H7203, H7723, H8602, G3701, G3705, G3706