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रिश्तेदार, रिश्तेदार, रिश्तेदारी, रिश्तेदार, अज़ीज़ मर्द, अज़ीज़ लोग
ता’अर्रुफ़:
लफ़्ज़ "रिश्तेदार" एक इंसान के ख़ून के रिश्तेदारों को बताता है, जिसे ख़ानदान के तौर पर माना जाता है। लफ़्ज़ "अज़ीज़मर्द" ख़ासतौर से आदमी रिश्तेदार के बारे में बताता है।
- "रिश्तेदार" सिर्फ़ एक इंसान के क़रीबी रिश्तेदारों को देख सकता है, जैसे माँ-बाप और भाई बहन, या इसमें चाची, चाचा, या चचेरे भाई जैसे ज़्यादा दूर के रिश्तेदार भी शामिल हो सकते हैं।
- पुराने इस्राईल में, अगर एक आदमी की मौत हो गई, तो उसके क़रीबी आदमी रिश्तेदार से उसकी बेवा से शादी करने, अपनी मीरास का इंतजाम करने और अपने ख़ानदान के नाम को चलाने में मदद की उम्मीद थी। इस रिश्तेदार को "बचाने वाला रिश्तेदार" कहा जाता था।
- इस लफ़्ज़ "रिश्तेदार" का तर्जुमा "रिश्तेदार" या "ख़ानदान के अफ़राद" के तौर पर भी किया जा सकता है।
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H251, H1350, H4129, H4130, H7138, H7607, G4773