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काल, क़हत
ता’अर्रुफ़:
“काल” लफ़्ज़ किसी मुल्क या ‘इलाक़े में खाने की बहुत ज़्यादा कमी की वजह है, ‘आमतौर पर बारिस की कमी की वजह से नहीं|
- खाने की फसलें क़ुदरती वजहों से नाक़ाम हो सकती हैं जैसे बारिस की कमी, फ़सल की बीमारी या कीड़े|
- लोगों के ज़रिए’ खाने को जमा’ भी किया जा सकता है, जैसे दुश्मन फ़सलों को बर्बाद करते हैं|
- किताब-ए-मुक़द्दस में, ख़ुदा ने अक्सर काल को मुल्कों को सज़ा देने के तरीक़े के तौर पर पैदा किया जब उन्होंने उसके ख़िलाफ़ गुनाह किया|
- आमोस 8:11 में “काल” लफ़्ज़ का इस्ते’माल उस वक़्त के लिए किया जाता है जब ख़ुदा ने उनसे बिना बात किये अपने लोगों को सज़ा दी| इसका तर्जुमा आपकी ज़बान “काल” के लफ़्ज़ के साथ तर्जुमा किया जा सकता है या “इन्तहाई कमी” या “शदीद महरूमियत” के जुमले के साथ|
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- 1 तवारीख़ 21:11-12
- रसूलों के ‘आमाल 07:11-13
- पैदाइश 12:10-13
- पैदाइश 45:4-6
- यरमियाह 11:21-23
- लूक़ा 04:25-27
- मत्ती 24:6-8
शब्दकोश:
- Strong's: H3720, H7458, H7459, G3042