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मिटा दे, मिटा देता, मिटाया जाता, मिटा डाले, मिटा, मिट गए
ता'अर्रुफ़:
अलफ़ाज़ “मिटा दे” और “इज़हार हैं इसका मतलब मिटा डाले” या किसी चीज़ को या किसी आदमी को पूरी तरह से हलाक कर देना या हटा देना।
- इन लफ़्ज़ों का इस्ते'माल 'अलामती शक्ल में भी किया जाता है जैसे ख़ुदावन्द गुनाहों को मिटा डालता है, उन्हें मा'फ़ करके कभी याद नहीं करता है।
- इसका मनफ़ी इस्ते'माल ज़्यादा तर क़ौमो को मिटा देने, गुनाह कि वजह से उन्हें तबाह कर देने के लिए भी किया जाता है।
- किताब-ए-मुक़द्दस में आदमी का नाम ख़ुदा की ज़िन्दगी की किताब में से “मिटाया जाता” या “मिटा डाले” की बहस की गई है, या उस आदमी को हमेशा की ज़िन्दगी हासिल नहीं होगी।
तर्जुमा की सलाह :
- जुमले के मुताबिक़ इनका तर्जुमा “पीछा छुड़ाना” या “हटाना” या “बिलकुल तबाह कर देना” या “पूरी तरह से ख़त्म कर देना” हो सकता है।
- ज़िन्दगी की किताब से किसी का नाम मिटा देने के बारे में इसका तर्जुमा “हटा देना” या “मिटाना” हो सकता है।
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
शब्दकोश:
- Strong's: H3971, H4229, G631, G1591, G1813