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सामरिया, सामरी
सच्चाई:
सामरिया उत्तरी मुल्क इस्राईल में एक शहर और उसके आसपास के 'इलाक़ों का नाम था। यह मक़ाम पश्चिम में शारोन के मैदान और पूरब में यरदन नदी के दरमियान था।
- पुराने 'अहद नामे के ज़माने में, सामरिया उत्तरी मुल्क इस्राईल की सल्तनत थी। उस वक़्त के बा'द में इसके आसपास का 'इलाक़ा भी सामरिया कहलाने लगा था।
- जब असूरों ने उत्तरी मुल्क इस्राईल को फ़तह कर लिया था और ज़्यादातर इस्राईलियों को वहाँ से बाज़ू के ज़ोर से ले जाकर असूर मुल्क के अलग अलग शहरों में बसा दिया था।
- असूर कई परदेशियों को वहाँ इस्राईलियों के मक़ाम में बसा कर चले गए थे।
- जो इस्राईली वहाँ रह गए थे उन्होंने उन परदेशियों से शादी कर ली थी और इस तरह उनकी औलाद सामरी कहलाए।
- यहूदी सामरियों से नफ़रत करते थे क्यूँकि वह आधे यहूदी थे और क्यूँकि उनके बाप दादा बुत परस्त थे।
- नये 'अहद नामे के ज़माने में, सामरिया 'इलाक़ा उत्तर में गलील इलाक़ा ओर दक्खिन में यहूदिया की सरहदों से घिरा हुआ था।
(यह भी देखें: असूर, गलील, यहूदिया, शारोन, इस्राईल का मुल्क )
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
किताब-ए-मुक़द्दस की कहानियों से मिसाल :
- __20:04__तब असूरियों ने ग़ैर क़ौमों को उस ज़मीन पर रहने को कहा जहाँ पर इस्राईली मुल्क था| ग़ैर क़ौमों ने उस बर्बाद शहर को दोबारा तैयार किया, और वहाँ बाक़ी बचे इस्राईलियों से शादी की | इस्राईलियों की वह औलादें जिन्होंने ग़ैर क़ौमों से शादी की थी वह सामारी कहलाए|
- 27:08"अगला आदमी जो वहाँ से जा रहा था वह एक सामरी था| (सामरी यहूदियों की औलाद थे , जिन्होंने ग़ैर मुल्क के लोगों से शादी करी थी | सामरी और यहूदियों को एक दूसरे से नफ़रत थी।)"
- 27:09"सामरी आदमी ने उस घायल आदमी को अपने गधे पर लाद लिया और उसे सड़क के पार एक सराय में ले गया जहाँ उसकी देख-भाल की|"
- 45:07 वह (फिलिप्पुस)सामरिया शहर में गया और वहा लोगों को 'ईसा के बारे में बताया और बहुत से लोग बचाए गए|
शब्दकोश:
- Strong's: H8111, H8115, H8118, G4540, G4541, G4542