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नोहा, नोहे, नोहा
ता’अर्रुफ़:
“नोहा करना” “नोहा” या’नी मातम, दुःख या ग़म का मज़बूत इज़हार|
कभी-कभी यह गुनाह का गहरा पछतावा या तबाही में मुब्तिला इन्सान के लिए रहम भी होता है।
- नोहा में कराहना, रोना या रोना-पीटना होता है।
तर्जुमे की सलाह:
- “नोहा करना” का तर्जुमा “गहरा दुख मनाना” या “दुख से रोना पीटना” या “दुःखी होना” हो सकता है।
- "नोहा करना" (या "मातम") का तर्जुमा "ज़ोर से नोहा और रोना" या "गहरा दु: ख" या "ग़म में रोना" या "नोहे की तरह कराहना" के तौर पर किया जा सकता है।
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:
- आमोस 08:9-10
- हिज़क़ीएल32:1-2
- यरमियाह22:17-19
- अय्यूब 27:15-17
- नोहा 02:5-6
- नोहा 02:8-9
- मीकाह 02:3-5
- ज़ुबूर 102:1-2
- आमोस 11:1-3
शब्दकोश:
- Strong's: H56, H421, H578, H592, H1058, H4553, H5091, H5092, H5594, H6088, H6969, H7015, H8567, G2354, G2355, G2870, G2875