ur-deva_tw/bible/kt/grace.md

3.5 KiB

फ़ज़ल, फ़ज़ल करने वाला

ता’अर्रुफ़:

“फ़ज़ल” का मतलब है कि किसी शख़्स की मदद करना या उसको बरकत देना जबकि वह इस लायक़ नहीं है। “फ़ज़ल करने वाला” इस शख़्स को दिखता है जो किसी पर फ़ज़ल करता है।

  • गुनागार लोगों के बारे में ख़ुदावन्द का फ़ज़ल एक अनमोल ने'मत है।
  • फ़ज़ल के ख़याल में ग़लत और नुक़सान पहुंचानेवाला काम करने वाले लोगों को रहम दिखाना या मु'आफ़ करना।
  • जुमलों "फ़ज़ल हासिल करने के लिए" एक जुमला है जिसका मतलब है कि ख़ुदा से मदद और रहम हासिल करना है। इसके मतलब में किसी से ख़ुदावन्द का ख़ुश होना और उसकी मदद करने का मतलब ज़ाहिर होता है।

तर्जुमा की सलाह:

  • “फ़ज़ल” को दूसरे तर्जुमें की शक्ल हो सकती हैं “ख़ुदा की महेरबानी ” या “ ख़ुदावन्द का एहसान या “गुनाहगारों के लिए ख़ुदावन्द का रहम और मु'आफ़ी” या “रहम दिल महेरबान”।
  • “फ़ज़ल देने वाला ” का तर्जुमा हो सकता है, “फ़ज़ल से मा'मूर” या “रहम दिल ” या “रहम करने वाला ” या “रहम दिल महेरबान ”।
  • “ ख़ुदावन्द की नज़र में फ़ज़ल हासिल किया” इस जुमले का तर्जुमा हो सकता है, “उसने ख़ुदावन्द से रहम हासिल किया” या “ ख़ुदावन्द ने रहम दिल होकर उसकी मदद की” या "ख़ुदावन्द ने उस पर रहम दिखाया " या “ ख़ुदावन्द उससे ख़ुश हुआ और उसकी मदद की”।

किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में:

शब्दकोश:

  • Strong's: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G2143, G5485, G5543