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बे क़ुसूर
ता'अर्रुफ़:
“बे क़ुसूर लफ्ज़” का ज़बानी मतलब है, “बिना किसी इलज़ाम के”। यह उस आदमी के बारे में काम में लिया जाता है जो पूरे दिल से ख़ुदावन्द का हुक्म मानता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह मा'सूम हैं।
- इब्राहीम और नूह ख़ुदावन्द की नज़र में में बे 'इल्ज़ाम थे।
- जिस आदमी को "मा'सूम " माना जाता है, वह ख़ुदावन्द को 'इज्ज़त देनेवाला सुलुक रखता है।
- एक कलाम की आयत के मुताबिक़ मा'सूम आदमी “ख़ुदा का डर मानता है और गुनाह से दूर रहता है”।
तर्जुमा की सलाह:
- इसका तर्जुमा इस तरह भी हो सकता है “जिसके किरदार में कोई कमी न हो” या "पूरी तरह से ख़ुदावन्द का फ़र्माबरदार है” या “गुनाह से दूर रहना” या “बुराई से दूर रहना है”
किताब-ए-मुक़द्दस के बारे में :
- 1 थिस्सलुनीकियों 02:10-12
- 1 थिस्सलुनीकियों 03:11-13
- 2 पतरस 03:14-16
- कुलुस्सियों 01: 21-23
- पैदाईश17: 1-2
- फिलिप्पियों 02:14-16
- फिलिप्पियों03:6-7
शब्दकोश:
- Strong's: H5352, H5355, G273, G274, G298, G338, G410, G423